GYAPAN : किसानों के नाम पर हो रही गो तस्करी, विहिप बजरंग दल ने जताई नाराजगी, सौंपा राज्यपाल के नाम ज्ञापन, पढ़े खबर 

May 5, 2024, 10:42 am




नीमच। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के प्रमुख पदाधिकारीयो ने आज स्थानीय अनुविभागीय कार्यालय पहुंचकर राजस्थान व मध्य प्रदेश के राज्यपाल के नाम ज्ञापन एस डी एम ममता खेड़े को सौंपा, जिसमें प्रमुख तौर पर किसानों के नाम पर होने वाले पशु मेले से हो रही गो तस्करी पर नाराजगी जाहिर करते हुए इसे तत्काल बंद करने की मांग की गई ।  ज्ञापन में निवेदन किया गया कि यदि किसानों को गोवंश की आवश्यकता है तो वह स्वयं अपने परिचय पत्र के साथ सीमित संख्या में गोवंश परिवहन करें लेकिन किसानों का झूठा नाम लेकर तस्कर गोवंश की तस्करी कर रहे हैं जिसे तुरंत प्रभाव से बंद होना चाहिए । विश्व हिंदू परिषद विभाग गौ रक्षा प्रमुख लक्ष्मण सिंह राठौड़ ने बताया कि इन दिनों आदर्श आचार संहिता पूरे देश भर में लागू है और इस अवसर का फायदा उठाते हुए महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के गो तस्कर बड़ी भारी मात्रा में गौ तस्करी कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों पूर्व राजस्थान में पशु मेला, शासन द्वारा लगाया गया था, जिसमें तस्कर व्यापारी व कृषक बनकर गाय व बैल खरीदते है तथा परिवहन के माध्यम से राजस्थान से मध्यप्रदेश होकर महाराष्ट्र में ले जाते हैं और गो माता को कत्ल खानों में बेचकर आर्थिक लाभ कमाते है। जिससे समस्त हिन्दू समाज का मन आहुत हो रहा है। राजस्थान, मध्यप्रदेश के नीमच, मंदसौर, रतलाम और इन्दौर होते हुए यह तस्कर गौवंश को वाहनों में ठुस-ठुस कर भरते हैं तथा उनके खाने पीने की व्यवस्था नहीं कर उन्हें मरने के लिये छोड़ देते हैं। दिनांक 28.04.2024 को मंदसौर, नीमच एवं इन्दौर जिलों में लगभग 60 से अधिक गोवंश से भरे ट्रक विहिप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के सहयोग से पकड़े है तथा पुलिस के सुपुर्द किये हैं, जिसमें कई गोवंश घायल हो चुके हैं तथा कुछ गोवंश मर चुके थे, उक्त तस्करों द्वारा निर्दयतापूर्वक गोमाता के साथ क्रूरता की जा रही है। दिनांक 28.04.2024 को जो वाहन रोके गये उक्त वाहनों के संदर्भ में नागोर जिला कलेक्टर एवं नीमच जिला कलेक्टर का परिवहन के संदर्भ में पत्र जारी किया गया था, जो कि अनुचित है एवं उक्त पत्र में राजस्थान में लग रहे पशु मेले का हवाला देते हुए अनुमति दी गई, किन्तु उक्त पत्र में कितने पशुओं को किसान परिवहन करेगा तथा कितने वाहनों के माध्यम से परिवहन किया जावेगा तथा वाहनों के नम्बर व दिनांक का भी उल्लेख नहीं था तथा उक्त गोवंश को ट्रकों में ठुस-ठुस कर भरकर तिरपाल से पूरी तरह से ढक रखा था, जिससे गोवंश का दम घुट रहा था। उक्त मेले से दिये गये दस्तावेजों में किसी भी अधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर व सिल नहीं थी न ही दस्तावेजों से यह प्रतीत हो रहा है कि उक्त परिवहन किये जाने वाले गोवंश कृषि कार्य के लिये उपयोग किये जाने वाले है। इस प्रकार से बिना किसी ठोस कारण से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा परिवहन की अनुमति दी गई है, जो वैध नहीं है एवं उक्त मेलों का हवाला देते हुए आयेदिन इसी मार्ग से पर्याप्त मात्रा में गोतस्करी होती है तथा तस्करों द्वारा जाली व झूठे दस्तावेज तैयार किये जाते हैं, तथा हजारों की संख्या में गोवंश को भरकर महाराष्ट्र तक ले जाया जा रहा है। उक्त तस्करी के कारण आयेदिन कार्यकर्ता व पुलिस द्वारा राजस्थान से मध्यप्रदेश होकर महाराष्ट्र जाने वाले मार्गाे पर गोवंश से भरे ट्रक पकड़ में आते हैं तथा लगातार ऐसी घटनाओं से हिन्दूवादी संगठन व हिन्दू समाज को गहरा आघात पहुंच रहा है। अतः ज्ञापन प्रस्तुत कर निवेदन है कि उक्त पशु मेलों पर गोवंश के क्रय विक्रय पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया जाये तथा गोवंश से भरे वाहनों के परिवहन पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाये। जिसके कारण बड़े स्तर पर हो रही गोतस्करी को रोका जा सके एवं गोवंश को कटने से बचाया जा सके। चूंकि इस प्रकार की घटनाएँ पूर्व में कई बार घटित हो चुकी है पिछले वर्ष 12 दिसम्बर 2023 को भी इसी प्रकार नीमच नगर एवं जीरन तहसील में भी विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से 40 वाहनों जिसमें क्रूरतापूर्वक निर्दयतापूर्वक भरे गये गौवंश पकड़े गए थे।

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