रतनगढ। सिंगोली-रतनगढ़ मार्ग पर घाट सेक्शन का कार्य चल रहा है। जिसको लेकर एमपीआरडीसी ने आदेश जारी करते हुए मार्ग को आज दिनांक 12 दिसम्बर से आगामी आदेश तक के लिए बंद कर दिया है। साथ ही आवागमन के लिए परिवर्तित मार्गो का हवाला भी दिया है।
लेकिन इसके साथ एक बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है की कुछ गांव ऐसे भी है जहां से आवागमन के लिए इस मार्ग के आलावा कोई अन्य मार्ग नहीं है। घाट के उपर 8 से 10 किलोमीटर के दायरे मे कई ऐसे गांव है जहां से 200 से 250 बच्चे शासकीय एवं अर्धशासकीय स्कूलो मे पढने आते है उन बच्चों का क्या होगा। इन सभी विद्यार्थियों की अभी अर्धवार्षिक परीक्षा भी चल रही है। इन सभी बच्चों की परीक्षा और आगे की पढ़ाई का क्या होगा।
रतनगढ़ घाट सेक्शन का अगर रोड बंद करते हैं तो उमर, कांकरिया तलाई, बोरदिया, मानपुरा, राणाखेड़ी,अथवा, उमेदपुरा, जेतलिया, हातीपुरा गांव के बच्चे रतनगढ़ में पढ़ने आते हैं। इन सभी गाँवो को बच्चे शाबाउमा विद्यालय रतनगढ़, शा कन्या हाई स्कूल रतनगढ़, सुप्रीम अकैडमी रतनगढ़, न्यू लिटिल स्टार मेमोरियल पब्लिक स्कूल रतनगढ़, सरस्वती शिशु मंदिर रतनगढ़, सेफिया माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़ और एमराल्ड एकेडमी डीकेन में पढ़ने आते है। अगर घाट सेक्शन बंद रहा तो इन बच्चे के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ होगा। इनकी पढ़ाई भी प्रभावित होगी साथ ही भविष्य भी खतरे में आ सकता है।
प्रशासन को तुगलकी फरमान के साथ अब इन बच्चों के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था भी करनी चाहिए जिससे इनकी पढ़ाई प्रभावित न हो।