चित्तौड़गढ़। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण जोशी द्वारा सामूहिक अवकाश के आह्वान पर न्यायिक कर्मचारी संघ चित्तौड़गढ़ द्वारा जिला न्यायिक कर्मचारी संघ, मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, स्थाई लोक अदालत एवं ताल्लुका मुख्यालयों के कर्मचारीगण् द्वारा अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय के क्रम में 13.दिसम्बर को भी सामूहिक अवकाश जारी रहा। समस्त न्यायालयों में कार्य ठप रहा। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ की जिला शाखा-चित्तौड़गढ़ द्वारा मंगलवार सुबह जिला एवं सेशन न्यायालय परिसर के बाहर मुख्य द्वार के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसमें अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया कि राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ की ओर से चाही गयी माँगों में से एक मांग प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किया जाना को मान लिया गया है। शेष माँगों को पूर्ण किये जाने तक सामूहिक अवकाश जारी रहेगा। साथ ही बताया कि न्यायिक कर्मचारियों द्वारा गत गुरूवार को न्यायिक कर्मचारियों द्वारा सम्पूर्ण न्यायालय परिसर में अपनी माँगों को लेकर नारेबाजी की गई। साथ ही शुक्रवार को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था। सोमवार को न्यायिक कर्मचारियों द्वारा अनशन प्रारम्भ किया गया। जिसमें राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ जिला शाखा चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष राजेश व्यास, संघ के संरक्षक प्रमोद शेखर चौबीसा, प्रान्तीय प्रतिनिधि अनिल अबूझ, संघर्ष समिति के अध्यक्ष विकास बैरागी एवं महिला न्यायिक कर्मचारी राखी सक्सेना द्वारा अनशन किया गया। साथ ही सायं काल के समय पुराने न्यायालय परिसर से कलेक्ट्रट चौराहा तक कैण्डल मार्च निकाला गया। आज मंगलवार को न्यायिक कर्मचारियों द्वारा अनशन को अनवरत रखते हुये न्यायिक कर्मचारी संघ के सांस्कृतिक मंत्री शिवनारायण जोशी, न्यायिक कर्मचारी राजेन्द्र कुमावत, भंवर सिंह, मंगल मीणा एवं दलसिंह द्वारा अनशन किया गया। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ की जिला शाखा चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष राजेश व्यास ने बताया कि जब तक राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ द्वारा रखी गई माँगें पूर्ण नहीं हो जाती हैं, तब तक नये-नये नवाचार अपनाते हुये विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।