नीमच। समाज विकास के लिए किया गया दान सदैव पुण्य फलदाई होता है। इस कार्य से युवा वर्ग को प्रेरणा लेनी चाहिए। धर्मशाला क्षेत्र विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। सकारात्मक सोच के साथ समाज विकास के लिए समाज सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए। यह बात मध्य प्रदेश शासन के पूर्व नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह ने कही। वे राजपूत धर्मशाला समिति भाटखेड़ा के तत्वावधान में कुंवर भानु प्रताप सिंह पिता नाथू सिंह राठौड़ द्वारा 20 लाख की लागत से नवनिर्मित राजपूत धर्मशाला भवन लोकार्पण व महाराणा प्रताप मूर्ति अनावरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि धर्मशाला समाज विकास के लिए सेंतु का कार्य करेगी। महाराणा प्रताप जैसे महापुरुषों की प्रतिमा तो हर गांव में स्थापित होना चाहिएन, नाथू सिंह राठौड़ और भानु प्रताप सिंह की भूमिका गौशाला सेवा प्रकल्प विकास कार्य में भी महत्वपूर्ण रही है। संस्कारों में परिवार की परंपरा का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। पूर्व सांसद हेमेंद्र सिंह बनेड़ा का क्षेत्र से अपना अलग रिश्ता था, जिसे आज भी स्मरण करना चाहिए। जीवन सिंह समाज के शेर है। समाज का हर युवा जीवन सिंह से प्रेरणा लें, भोपाल प्रदर्शन इसका प्रमाण रहा है जो मांगे समाज के लिए की गई थी वह समाज विकास के लिए हितकारी थी। करणी सेना कंधे से कंधा मिलाकर समाज विकास के लिए सतत प्रयत्नशील रहे ऐसी प्रार्थना है।
करणी सेना परिवार के जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि महाराणा प्रताप ने मातृभूमि और ध्वज की रक्षा के लिए बहुत त्याग किया जो आज भी आदर्श प्रेरणादायक प्रसंग है। प्रताप की सेना में हकीम खां सूरी पठान भील आदिवासी सभी जाति वर्ग के लोग राष्ट्रहित के लिए लड़ाई लड़ने के लिए सहयोगी बने थे।आपका किसी एक जाति विशेष के नहीं हुए समस्त देशवासियों के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने आत्म सम्मान के लिए युद्ध लड़ा था। राष्ट्र भक्त प्रेम वालों का सम्मान करना चाहिए। प्रताप के पद चिन्हों पर चलकर राष्ट्र के लिए संघर्ष करना चाहिए। राष्ट्रवाद की लड़ाई लड़े तो प्रताप का त्याग पूरे राष्ट्र को ज्ञात होना चाहिए ।राष्ट्रभक्ति ही देश को सर्वोच्च स्थान पर ले जाती है।
विधायक दिलीप सिंह परिहार ने कहा कि क्षत्रिय समाज के लिए धर्मशाला विकास के लिए सहयोगी बनेगी। राष्ट्र के लिए प्रताप ने जो संघर्ष किया वह आज भी युवाओं के लिए प्रेरणादाई है ।इतिहास वीरों का पढ़ा जाता है कायरों का नहीं। धर्मशाला समाज के लिए अद्भुत गौरव की बात है ।भादवा माता में 27 करोड़ के विकास की योजना है।
राजाधिराज गोपाल चरण सिंह बनेड़ा ने कहा कि प्रताप स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में जाने जाते हैं हिंदूआं सुर्य थे। यह पदवी आम जनता ने प्रदान की थी। सर्व समाज प्रताप को आदर देता आया है। प्रताप देश नहीं विदेश के कोनो कोनों में पूजनीय हैं। समाज विकास के लिए धर्मशाला निर्माण करवाया गया है। जो सम्मान योग्य कदम है। जोहर मेले में नीमच मंदसौर जिला सहभागी बनता है यह प्रेम मेरा नहीं मेरे पिता पूर्व सांसद हेमेंद्र सिंह के प्रति सभी का प्रेम है।
राव दिग्विजय सिंह पिपलिया रावजी ने कहा कि नाथू सिंह और भानु प्रताप द्वारा राजपूत समाज को यह सौगात देकर समाज का गौरव बढ़ाया है। भानु प्रताप सिंह राठौड़ ने कहा कि पिता नाथू सिंह राठौड़ क्षेत्र के सरपंच रहे हैं उनके मन में एक सपना था कि क्षेत्र विकास के लिए एक धर्मशाला का निर्माण हो जो आज पूरा हुआ है। यह धर्मशाला युगो युगो तक समाज सेवा के लिए साक्षी रहेगी। प्रताप पूरे राष्ट्र का गौरव है उनकी प्रतिमा लगाना पूरे समाज के लिए गौरव की बात है।
कार्यक्रम में ईश्वर सिंह हाड़ी पिपलिया, एडवोकेट लक्ष्मण सिंह भाटी जीरन, रघुवीर सिंह, विक्रम सिंह, गजेंद्र सिंह शक्तावत, नारायण सिंह ,ईश्वर सिंह , चेतन्य सिंह , नरेंद्र सिंह अंबावली महल, गिरिराज सिंह , सरपंच कुलदीप सिंह भंवरसिंह चंपी , दशरथ सिंह भाटखेड़ा, ऊंकार सिंह, हिरेंद्र सिंह आंकली , शक्ति सिंह ,गुलाब सिंह, पप्पू बना बांगरेड ,आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। ठिकाना भाटखेड़ा स्थित धर्मशाला भवन लोकार्पण कार्यक्रम में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम में सभी समाज के लोग सहभागी बनें। अतिथियों का साफा बनवा कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन सत्येंद्र सिंह राठौड़ ने किया तथा आभार ठाकुर नाथू सिंह राठौड़ ने व्यक्त किया।