नीमच। जिले में सभी गर्भवती महिलाओं की ए.एन.सी. का पंजीयन कर, उनकी नियमित रूप से जांच की जाये। ए.एन.सी. पंजीयन के डेटा की एंट्री नियमित रूप से अनमोल पोर्टल पर ऑनलाईन दर्ज करवाई जाये। साथ ही पंजीकृत सभी गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से सभी जांच की जावे। यह निर्देश कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच से स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग व्दारा संचालित कार्यक्रमों की प्रगति की सेक्टरवार समीक्षा करते हुए दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ गुरूप्रसाद, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एस.एस.बघेल, सिविल सर्जन डॉ.ए.के.मिश्रा,जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय भारव्दाज, डीपीएम अर्चना राठौर सहित सभी चिकित्सक, बी.एम.ओ., सेक्टर मेडीकल आफीसरतथा बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने सभी बीएमओ को निर्देश दिए कि वे गर्भवती महिलाओं के ए.एन.सी. पंजीयन कार्य की अनमोल पोर्टल पर डेटा एंट्री की नियमित रूप से समीक्षा करें और सुनिश्चित करें, कि पंजीयन व जांच कार्य की सही-सही डेटा एंट्री नियमित रूप से हो। इस कार्य में आशा, आंगनवाडी एवं ए.एन.एम. तीनों का आपसी समन्वय व सहयोग लिया जाये। यदि कही डेटा एंट्री में सुधार की आवश्यकता है, तो डेटा एंट्री सुधार का कार्य भी करवाये। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिस सेक्टर में ए.एन.सी. जांच का कार्य 70 प्रतिशत से कम है, उन्हें प्रगति बढाने के लिए पाबंद करें।
बैठक में कलेक्टर ने पोषण पुर्नवास केंद्रों में कम वजन वाले बच्चों को भर्ती करवाने के कार्य की प्रगति की समीक्षा दौरान निर्देश दिए कि कोई भी कम वजन वाला शिशु पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती होने से वंचित ना रहे। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, सुपरवाईजर के माध्यम से माताओं को प्रेरित कर बच्चों को पोषण पुर्नवास केंद्र में बेहतर देखभाल के लिए भर्ती करवाये।
बैठक में कलेक्टर ने जननी सुरक्षा योजना, प्रसूति सहायता योजना के लंबित भुगतान की प्रगति, सभी टीकाकरण कार्यक्रमों, लाड़ली लक्ष्मी योजना की प्रगति की भी विस्तार से समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।