नीमच। फरार सिपाही के गुरुवार को सरेंडर करने के बाद शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया। सिपाही पर शादीशुदा महिला से रेप का आरोप है। आरोपी ने इसके पहले सुप्रीम कोर्ट से अपनी जमानत याचिका वापस ले ली थी। पुलिस पांच माह से ज्यादा फरार रहने और इस दौरान उसकी मदद करने वालों के बारे में पूछताछ नहीं कर सकी। हालांकि इस मामले में दो टीआई के नाम भी सामने आए हैं। हालांकि महिला थाना टीआई का दावा है कि आरोपी को बस स्टैंड से पकड़ा गया।
नीमच के 5 हजार के फरार ईनामी सिपाही अनिरूद्ध राठौर ने गुरुवार को महिला थाने में सरेंडर किया। जिसे शुक्रवार को दोपहर 4 बजे बाद कोर्ट में पेश किया। यहां पुलिस ने उससे पूछताछ के लिये कोर्ट से रिमांड नहीं मांगा। यहां से सीधे अनिरुद्ध को जेल जाने के आदेश कर दिए गए। सूत्रों के मुताबिक अनिरुद्ध की फरारी के दौरान पुलिस डिपार्टमेंट के दो टीआई संपर्क में थे। जो उसकी मदद कर रहे थे। यह भी कहा जा रहा है कि उन्हीं से बात कर अनिरुद्ध ने इंदौर महिला थाने आकर सरेंडर किया।
टीआई के नाम, मोबाइल की जानकारी और फरारी के लिये होना थी पूछताछ
पीड़िता के वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे और डॉ. रूपाली राठौर ने बताया कि इस मामले में आरोपी अनिरुद्ध को सीधे जेल भेजा गया। जो कहीं ना कहीं महिला पुलिस की कार्यप्रणाली पर संदेह जता रहा है। अनिरुद्ध किन थाना प्रभारियों के संपर्क में था और कैसे वह इंदौर तक पहुंच गया। पांच माह की फरारी के दौरान वह कहां-कहां रहा। उसने पहले भी महिला पुलिस की बिना जानकारी लगे सीधे हाईकोर्ट में जमानत अर्जी लगा दी थी। यहां से जमानत खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट में जमानत अर्जी रखने के बाद वापस ले ली।
इस मामले में महिला थाना टीआई ज्योति शर्मा ने बताया कि आरोपी को बस स्टैंड से पकड़ा है। टीआई ने यह भी माना कि आरोपी अनिरुद्ध दो टीआई के संपर्क में था। अनिरुद्ध ने उनसे 20 मार्च तक का समय मांगा था। हालांकि उन्होंने पीड़िता को यह कहा था कि आरोपी ने थाने आकर सरेंडर किया है। इसका ऑडियो भी वायरल हो रहा है।