देवास। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में देवास जिला अस्पताल सहित शासकीय अस्पतालों में कार्बेटॉसिन इंजेक्शन के सफल उपयोग क्रियान्वयन उपयोग किया गया। यूएसएआईडी की टीम ने जिला चिकित्सालय देवास और सीएचसी बागली में मातृ नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया।देवास पहुंची टीम का उद्देश्य मातृ नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करना और यूएसएआईडी समर्थित कार्य पर कहानियों को कैप्चर करना है।
टीम द्वारा सर्वप्रथम सीएमएचओ और चिकित्सको स्टॉफ के साथ बैठक में प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन और जिले में प्रदाय मातृ नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के बारे मे विस्तार से चर्चा कि फीडबैक और क्या चैलेन्जस रहे के बारे में जाना। इसके पश्चात जिला चिकित्सालय में और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागली के लेबर रूम सहित वार्ड में भ्रमण कर चिकित्सक, स्टॉफ से कार्बेटॉसिन इंजेक्शन का प्रयोग करने, रखरखाव और प्रशिक्षण की जानकारी ली और मरीजों से बात कर प्रदाय स्वास्थ्य सेवाओं को जाना।
यूएसएआईडी से टीम सदस्य में लुसी मिज़ टीम लीड यूएसएआईडी एशिया ब्यूरो, मिशेल लैंग एली निदेशक स्वास्थ्य कार्यालय यूएसएआईडी भारत, एमी फाउलर, सलाहकार यूएसएआईडी वाशिंगटन, डॉ सचिन गुप्ता वरिष्ठ सलाहकार यूएसएआईडी इंडिया, डॉ. अनिल नागेन्द्र (भोपाल) शामिल थे। इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ उईके, सिविल सर्जन डॉ एम.पी.शर्मा, आरएमओ डॉ अजय पटेल, डॉ अशोक वर्मा, डॉ सुनिल तिवारी, डॉ साधना वर्मा, डॉ एम.एस गोसर, डीपीएम कामाक्षी दुबे, जिला मीडिया अधिकारी कमलसिंह डावर, असिस्टेंट मैनेजर प्रमाद गुणवान, मिस खुशबु वर्मा डिस्ट्रीक टैक्निकल कन्सलटैन्ट, डीपीएचएनओ सुनिता सक्सेना, डीसीएम ओमप्रकाश मालवीय,सुधा नायर, मरी थामस सहित स्वास्थ्य संस्थाओं प्रसव केन्द्रों में पदस्थ, चिकित्सक, नर्सिंग स्टॉफ उपस्थित था।