रामपुरा। जिले की रामपुरा मंडी में आज अवकाश के बावजूद व्यापार हुआ। व्यापारियों का कहना है कि किसानों के हित में आज अवकाश के बाद भी मंडी खोली और खरबूजे के बीज की बोली लगाई। हालांकि मंडी में सफेद पर्ची के उपयोग को लेकर सवाल खड़े हो गए। किसानों ने कर्मचारियों व व्यापारियों पर कई तरह के आरोप भी लगाए। सफेद पर्ची के उपयोग से लाखों के टैक्स चोरी होने की बात भी कही।
खरबूजे के बीज की खरीद-फरोख्त के लिए खोली मंडी-
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कृषि उपज मंडी रामपुरा में खरबूजे के बीज की खरीद-फरोख्त के लिए व्यापारियों ने मंडी खुलवाई थी। जबकि आज शासकीय अवकाश घोषित था। इसके बावजूद मंडी में किसानों के बीज की ढेरियों पर बोली लगवाई गई। बोली लगने के बाद सफेद पर्ची दी गई, जिस पर किसानों ने सवाल खड़े किए।
पर्ची के रंग ने खड़े किए सवाल-
आपकों बता दें कि मंडी में सफेद पर्ची के उपयोग को लेकर सवाल खड़े हुए हैं। सूत्रों के अनुसार बोली समाप्त होने के बाद मंडी कर्मचारियों द्वारा व्यापारियों को सफेद पर्ची दी गई, जबकि नियमानुसार मंडी में दी जाने वाली पर्ची का रंग अलग होता है, जिस पर दिनांक, वजन और व्यापारी का नाम अंकित होता है। जबकि जो सफेद रंग की पर्ची दी गई है उस पर कुछ भी अंकित नहीं है, सिर्फ राशि का जिक्र किया गया है।
टैक्स चोरी की आशंका के चलते हुई बहस-
मंडी व्यापार से जुड़े जानकारों ने बताया कि यदि आज नीमच जिले की रामपुरा मंडी में सफेद पर्ची पर व्यापार हुआ है तो यह गलत है। यदि वास्तव में सफेद पर्चियों का उपयोग किया गया है, तो यह सीधा-सीधा टैक्स चोरी का मामला बन सकता है। सफेद पर्ची पर व्यापार करने से मंडी को 1 प्रतिशत का घाटा होता है। रामपुरा मंडी के कर्मचारियों, किसानों और व्यापारियों के बीच सफेद पर्ची को लेकर बहस होने की जानकारी भी मिली है। जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
किसानों के हित में खोली मंडी-
मंडी कर्मचारी अशोक कुमार पंचारिया ने बताया कि आज गुरूवार को महाराणा प्रताप जयंती होने से रामपुरा मंडी में अवकाश था। लेकिन बुधवार को कई किसानों की उपज की नीलामी नहीं हो पाई थी। इसी के चलते आज अन्नदाताओं के हित में व्यापारियों ने मंडी खोलने का निर्णय लिया था। मैं थोड़ा लेट पहुंचा था। लेकिन दोपहर तक सभी का माल व्यापारियों ने खरीद लिया। विवाद जैसी कोई स्थिति नहीं है।
व्यापारी के अनुरोध पर मंडी खुलवाई-
जब इस विषय में कृषि उपज मंडी मनासा के सचिव कलमेश मीणा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि व्यापारी राकेश जैन के अनुरोध पर रामपुरा की मंडी को खोला गया। उनका कहना था कि बाहर से आए किसानों को परेशानी न हो, इसीलिए किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए मैंने अवकाश के दिन भी मंडी चालू करवाने की अनुमति दी।