देवास। केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की मंशा है कि कृषि का लाभ का धंधा बने। इसके लिए किसान हितैषी कई योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ पाकर कृषक फसलों का उत्पादन कर अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं। किसानों की अच्छी आय होने से आर्थिक तौर पर भी सुदृढ़ हो रहे हैं। किसान हितैषी योजनाओं से कृषि लाभ का व्यवसाय बना है। देवास विकासखंड के ग्राम सुल्पाखेड़ा निवासी किसान रूप सिंह पिता कन्हैयालाल नागर ने भी उद्यानिकी विभाग की संरक्षित खेती योजना (एमडीएच योजना) का लाभ लेकर तथा विभाग के अधिकारियों मार्गदर्शन में खेती करना प्रारंभ किया जिससे आज वे अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन में आधुनिक पद्धति से खेती करके खेती को उन्होंने लाभ का व्यवसाय बनाया है। आज वे बहुत खुश हैं तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को किसान हितैषी योजनाओं के संचालन के लिए धन्यवाद दे रहे हैं।
किसान रूप सिंह नागर ने बताया कि पूर्व में वे परांपरागत विधि से खेती करते थे, जिससे उन्हें खास मुनाफा नहीं होता था। इसी बीच वे उद्यानिकी विभाग के संपर्क में आए और प्लास्टिक मल्चिंग तथा अन्य योजनाओं का लाभ लिया। साथ ही उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में खेती करना प्रारंभ किया। उन्होंने बताया कि योजना का लाभ लेने के पश्चात उन्होंने मल्चिंग ड्रिप पद्धति से खीरा व अन्य फसलों का उत्पादन प्रारंभ किया जिससे उन्हें लाखों रुपए की बचत हुई।
कृषक नागर ने बताया कि प्लास्टिक मल्चिंग के उपयोग से खरपतवार नियंत्रित होते हैं तथा उर्वरक का वाष्पीकरण कम होता है। साथ ही रोग व कीटों का प्रकोप नहीं होता है। इनके नियंत्रण से गुणवत्ता युक्त व पूर्व से अधिक उत्पादन होता है। उन्होंने बताया कि मल्चिंग व ड्रिप के माध्यम से कम पानी व कम लागत में अधिक उत्पादन मिलता है। परांपरागत खेती में आय भी ज्यादा लगती थी तथा उत्पादन भी कम होता था। लेकिन ड्रिप मल्चिंग के उपयोग से आय में बढ़ोत्तरी हुई है। इसके लिए पुन: प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी को हृदय से धन्यवाद।