उज्जैन। महिलाओं द्वारा किए जाने वाला हरतालिका तीज का पर्व इस बार मंगलवार, 26 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन पुराने शहर स्थित सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर में बड़ी संख्या में महिलाएं व्रत रखकर भगवान शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना करेंगी। मंदिर में पूजन का सिलसिला सोमवार रात 12 बजे से ही शुरू हो जाएगा।
अखंड सौभाग्य और उत्तम वर की कामना
पारंपरिक मान्यता के अनुसार विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य और अविवाहित युवतियां उत्तम वर की कामना से व्रत रखती हैं। इस दौरान महिलाएं कथा सुनेंगी और शिव-पार्वती का विशेष पूजन करेंगी।सौभाग्येश्वर महादेव मंदिर, चौरासी महादेव मंदिरों में से 61वें स्थान पर आता है। यहां हरतालिका तीज पर विशेष पूजन का महत्व माना जाता है।
बालू के शिवलिंग की होगी पूजा
पौराणिक मान्यता के अनुसार इस दिन बालू (रेत) से बने शिवलिंग का पूजन विशेष फलदायी होता है। सुहागिन महिलाएं पूर्व दिशा की ओर मुख कर, अविवाहित कन्याएं उत्तर दिशा की ओर मुख कर और सभी कामनाओं की सिद्धि के लिए महिलाएं पश्चिम दिशा की ओर मुख कर पूजन करती हैं।
विशेष योग में पूजा का महत्व
ज्योतिषाचार्य पं. अमर डब्बावाला ने बताया कि इस बार तीज का पर्व हस्त नक्षत्र और साध्य योग में पड़ रहा है। हस्त नक्षत्र मंगलवार को विशेष शुभ माना जाता है, वहीं साध्य योग में किया गया पूजन पति को दीर्घायु और संतान सुख प्रदान करने वाला होता है।
स्कंद पुराण में वर्णित परंपरा
स्कंद पुराण के अवंती खंड के अनुसार, 84 महादेवों में सौभाग्येश्वर महादेव का पूजन पति, पुत्र, पौत्र की वृद्धि, पारिवारिक सुख-समृद्धि और दीर्घायु के लिए किया जाता है। इस परंपरा के तहत महिलाएं विशेष सामग्रियों से पूजन, पंचामृत अभिषेक और कथा श्रवण करती हैं।