नीमच। सेवानिवृत्त होमगार्ड सैनिक गोविन्दसिंह, निवासी आपुखेड़ी (मंदसौर), ने नीमच कलेक्टर कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई में आवेदन देकर अपने सेवा रिकॉर्ड में गड़बड़ी की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि 35 वर्षों की सेवा के बावजूद, उन्हें सेवानिवृत्ति पर मात्र 2,72,034 की संचित राशि दी गई, जबकि उनके साथ सेवानिवृत्त हुए अन्य सैनिकों को लगभग 5 लाख मिले।
गोविन्दसिंह के अनुसार, उनके सेवा रिकॉर्ड में जानबूझकर विसंगतियाँ दर्ज की गई हैं। उन्होंने बताया कि 1992 में सिंहस्थ ड्यूटी करने के बावजूद, रिकॉर्ड में इसे श्नीलश् (शून्य) दर्शाया गया है। इसी प्रकार 2017 में पूरे वर्ष की ड्यूटी को भी रिकॉर्ड में शून्य बताया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि होमगार्ड सैनिकों को पेंशन की सुविधा नहीं मिलती, ऐसे में सेवानिवृत्ति के बाद उनकी संचित राशि ही आजीविका का एकमात्र सहारा होती है। रिकॉर्ड में गड़बड़ी के चलते उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। गोविन्दसिंह ने कलेक्टर से सेवा रिकॉर्ड की पुनः जांच कराने और पूर्ण व न्यायोचित राशि दिलाने की मांग की है।