नीमच। सीआरपीएफ के सीटीसी एवं आरटीसी शाखा में दो दिवसीय “स्ट्रेस मैनेजमेंट एंड मेडिटेशन” कार्यशाला का आयोजन हुआ। माउंट आबू की विश्वविख्यात प्रेरक वक्ता राजयोगिनी बी.के. बिन्नी बहन ने अधिकारियों, जवानों और उनके परिवारजनों को संबोधित करते हुए कहा कि “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दौर में यदि हम अपनी बुद्धि का उपयोग बंद कर देंगे और केवल उस पर निर्भर रहेंगे, तो बुद्धि का विकास रुक जाएगा। परिवार और संगठन में एकता व प्रेम बढ़ाने के लिए ‘केयर और शेयर’ आवश्यक है।
उन्होंने माउंट आबू की आंतरिक सुरक्षा अकादमी और वॉशिंगटन आर्मी ट्रेनिंग सेंटर की रिसर्च का हवाला देते हुए बताया कि जब अधिकारियों ने ध्यान और आध्यात्म को दिनचर्या में शामिल किया, तो उनके प्रदर्शन में 35% से बढ़कर 70% तक सुधार हुआ। बिन्नी बहन ने “थ्री सी” कॉन्संट्रेशन, क्लैरिटी और क्लीनलीनेस को तनावमुक्त जीवन के तीन महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए मन में एकाग्रता, स्पष्टता और स्वच्छता को अपनाने की अपील की।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने तनावमुक्ति पर रोचक गतिविधियां और खेल भी कराए, जिनमें सभी प्रतिभागियों ने उत्साह से भाग लिया। कार्यशाला में नीमच की राजयोगिनी बी.के. श्रुति दीदी ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
सीटीसी कार्यक्रम में इंस्पेक्टर जनरल संदीप दत्ता ने तथा आरटीसी कार्यक्रम में डीआईजी अनमोल सूद व धर्मपत्नी आशा सूद ने ब्रह्माकुमारी आश्रम से आए अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।