चीताखेड़ा। चीताखेड़ा-हरनावदा के बीच झील में स्थित अतिप्राचीन लोकदेवता रुणिजा के नाथ, पीरों के पीर बाबा रामदेव के अलौकिक मंदिर पर इस वर्ष 24 अगस्त (रविवार) से 26 अगस्त (मंगलवार) तक 3 दिवसीय 73वां भव्य मेला आयोजित होगा। मेले में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा रामदेव के दिव्य दर्शन मात्र से मनोवांछित मुरादें पूरी होती हैं। इसी आस्था के चलते रतलाम, मंदसौर, मल्हारगढ़, निंबाहेड़ा, चित्तौड़गढ़, नीमच, जावद सहित विभिन्न क्षेत्रों से भक्त पहुंचेंगे। कई भक्त अपनी मन्नतें पूरी होने पर ढोलक, झांझ, मजीरा और हारमोनियम के साथ भजन-कीर्तन करते हुए निशान (ध्वजा) लेकर पैदल बाबा के दरबार पहुंचते हैं।
मेला समिति अध्यक्ष नागेश्वर जावरिया के नेतृत्व में तैयारियां जोरों पर हैं। विधायक दिलीप सिंह परिहार द्वारा मंदिर फर्शीकरण हेतु स्वीकृत एक लाख रुपये से कार्य पूर्ण कर लिया गया है। दानदाताओं के सहयोग से गर्भगृह में मार्बल टाइल्स लगाने और रंग-रोगन का कार्य भी चल रहा है। समिति ने पुराने गुमटीनुमा मंदिर का जिर्णाेद्धार कर उसे भव्य स्वरूप प्रदान किया है।
मेला समिति सचिव शांतिलाल जैन, उपाध्यक्ष भगत मांगरिया सहित पदाधिकारियों ने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक दान सहयोग और मेले में उपस्थित होकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की है।