राजगढ़। जिले के खिलचीपुर में बुधवार रात प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में रक्षाबंधन और नशा मुक्त भारत अभियान का भव्य आयोजन हुआ। दीप प्रज्वलन से शुरू हुए इस कार्यक्रम में आध्यात्मिक संदेश, प्रेरक भाषण और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को भावपूर्ण बना दिया।
जिला प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मधु दीदी ने कहा- “राखी केवल धागा नहीं, बल्कि आत्मा को पवित्र बनाने और पांच विकार- काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार- का त्याग करने का संकल्प है। अपनी पवित्रता की रक्षा ही सच्चा रक्षाबंधन है। परमात्मा ही हमारा परमरक्षक है, जो हर परिस्थिति में साथ रहता है।
मोबाइल की लत सबसे खतरनाक नशाश्
पूर्व विधायक राम प्रसाद दांगी ने कहा कि बहन की रक्षा का अर्थ केवल रिश्तेदारी तक सीमित नहीं है, बल्कि हर नारी की मर्यादा की रक्षा पुरुष समाज का परम कर्तव्य है। डॉ. सुमित सिंघी ने मोबाइल की लत को आज का सबसे खतरनाक नशा बताते हुए कहा कि इससे बचने के लिए आध्यात्मिक ज्ञान और राजयोग साधना अपनाना जरूरी है।
मेडिटेशन से लोग अपने जीवन को संवार सकते हैं
पार्षद प्रतिनिधि ओम प्रकाश गुप्ता ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था में राजयोग और मेडिटेशन के माध्यम से लोग अपने जीवन को संवार सकते हैं और बिना तनाव के आनंदपूर्वक जीवन जी सकते हैं।
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम में नशा मुक्ति की सामूहिक प्रतिज्ञा कराई गई। कुमारी दिव्या और कुमारी चंचल ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर संदेश को कला के रंग में पिरोया। अंत में सभी अतिथियों को परमात्म रक्षा सूत्र बांधा गया, ईश्वरीय सौगात दी गई और मेडतवाल समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का सम्मान हुआ।
भोजन प्रसाद के साथ हुआ समापन
ब्रह्माकुमारी संगीता ने मंच संचालन किया और देर रात 11 बजे तक चले इस आध्यात्मिक महोत्सव का समापन ब्रह्मा भोजन प्रसाद के साथ हुआ।