KHABAR : ग्राम पंचायत सेमली ईस्तमुरार में उस समय ग्रामीणों का आक्रोश, सरपंच प्रतिनिधि सहित अन्य लोगों खोला मोर्चा, पढे़ बद्रीलाल गुर्जर की खबर 

August 10, 2025, 5:54 pm




मनासा। तहसील मुख्यालय से 10 किसी दूर स्थित ग्राम पंचायत सेमली ईस्तमुरार में उस समय ग्रामीणों का आक्रोश खड़ा हो गया जब गांव के सरपंच प्रतिनिधि सहित अन्य लोगों द्वारा गोरा बावजी की जमीन पर पथवारी पर देव स्थान वहा पर सभी समाज की पथवारी है। जहां सरपंच द्वारा पाटीदार समाज कि धर्मशाला का निर्माण कार्य चल रहा है। धर्म शाला के अंदर ही गोरा बावजी का स्थान वहा पर सभी समाज कि पथवारी भी है। वहां सभी समाज के लोगों कि गंगगोज भर कर जल यात्रा निकाली जाती है। लेकिन यहां इसके विपरित मामला देखने को मिला उन पथवारियो को वहां से हटाकर बाहर निकाल ली। तो सभी समाज के लोगों द्वारा इसका विरोध किया गया है। विरोध इतना हो गया है कि सरपंच प्रतिनिधि मूलचंद पाटीदार सहित अन्य लोगों पर उचित कार्रवाई कि मांग कि गई है। गांव के गणेश राम मेघवाल, भेरुसिंह राजपूत, रामकिशन धनगर, भगवत सिंह राजपूत, भगतराम बंजारा , कानसिंह चुंडावत, नगेंद्र सिंह , बापुलाल बंजारा, सत्यनारायण मेघवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह जमीन 200 वर्ष से भी पुरानी है। जिसे गौरा बावजी के नाम से जाना जाता है। यहां पर सरपंच प्रतिनिधि द्वारा क ई दिनों से गांव के लोगों को गुमराह किया जा रहा था कि पंचायत संबंधित कार्य चल रहा है। फिर धीरे धीरे ग्रामीणों को पता चला कि यहां पर पाटीदार समाज कि धर्मशाला का निर्माण चल रहा है। 7 अगस्त को रात में पथवारियो को उनके स्थान से हटा दिया गया। 8 अगस्त को  इनके बीच मे यह बात हुई थी कि इन पथवारियो को वहां से नहीं हटाया जाएगा। मंदिर निर्माण 20बाय 15 मीटर  कि जमीन दी जाएगी । लेकिन शनिवार को विवाद और बढ़ गया। सरपंच प्रतिनिधि मूलचंद पाटीदार समाज के लोगों द्वारा मना कर दिया गया। गांव के कानसिंह चुंडावत, नगेंद्र सिंह चुंडावत ने यह आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार हरे भरे वृक्षो को लगाने के लिए योजनाएं चला रही है और यहा पर गांव के सरपंच प्रतिनिधि सहित अन्य लोगों द्वारा उनको वहां से काट दिए गए। और जड़ों में एसिड डाल कर उन्हें नष्ट किया जा रहा है। जिस पर राष्ट्रीय पक्षी मोर को मार डाला है। ऐसा अपराध किया गया है। और उनको जिंदा जलाया गया है। जिसके पंख उसके समीप डाल दिया है। उनके ऊपर राख डाल कर उन्हें दबाने कि कोशिश कि जा रही है। ऐसे में वन विभाग को ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना दी जहां पर वन विभाग ने मौके पर पहुंच कर मौके का पंचनामा बनाया गया। टीम ने मौके पर पहुंच कर पंखो को अपने कब्जे में लिया और जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। ग्रामीणो द्वारा 200 के आसपास मोर बताए जा रहे हैं। गांव में ही पेड़ पौधे पर बैठते हैं। लेकिन अभी कुछ भी नजर नहीं आ रहे हैं। शिकायत में बताया गया है कि इनके  खिलाफ कड़ी कार्रवाई कि जाए। गोरा बावजी कि  जगह में पीपल , नीम और बड का पेड बड़े बड़े पेड़ थे। जो इनके द्वारा काट दिए गए हैं। सरकार हरे भरे वृक्षो को लगाने को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है। न ई न ई योजना चलाई जा रही है। कि गांवों शहरों में हर वृक्ष लगाए लेकिन सरपंच प्रतिनिधि मूलचंद पाटीदार ने इसके विपरित काम किया इन सभी हरे भरे वृक्षो को सिर के बल काट दिया गया। सरकार इन के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। लेकिन जिम्मेदारो ने आगे रहकर इनको काट दिया। देखने वाली बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारी इस पर क्या कार्रवाई करते हैं।  फिर क्या था 10 अगस्त रविवार को  सभी लोगों इक्ट्ठे होकर तहसीलदार के नाम शिकायत दर्ज कराई जहां पर सरपंच प्रतिनिधि मूलचंद पाटीदार सहित अन्य लोगों पर उचित कार्रवाई कि जाए। सरपंच मूलचंद पाटीदार , महेश पाटीदार, जीतू पाटीदार , अशोक पाटीदार, अशोक पिता गोविंदराम पाटीदार, घनश्याम पाटीदार, अर्जुन पिता किशोर पाटीदार सहित इनके खिलाफ इन सभी विवादों को लेकर निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई कि जाए ताकि ग्रामीणो द्वारा ऐसे कई आरोप भी लगाए हैं। जिन गांव के सरपंच प्रतिनिधि द्वारा पंचायत में खुब भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी निष्पक्ष जांच की जांच तो सरपंच प्रतिनिधि के खिलाफ मामला दर्ज हो सकता है। जिम्मेदारो के लिए यह जांच का विषय है।  इनका कहना है कि ग्रामीणौ द्वारा मुझे लिखित में शिकायती आवेदन पत्रदिया गया है। इसकी निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वह पटवारी भेज कर रिपोर्ट अनुसार कार्रवाई की जाएगी।  

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