दूदरसी। स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का रासेयो का शिविर का आज सोमवार को तीसरा दिन है और आज इस शिविर में नशा मुक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि बतौर नशा मुक्ति केंद्र नीमच के मनोवैज्ञानिक जीवन तिवारी व सामाजिक न्याय और सुरक्षा विभाग के अधिकारी विनीत दूबे ने शिविरार्थियों को नशा करने के दुष्परिणाम और उनके निवारण के बारे में अपने अलग अलग विचारों से अवगत कराया।
मनोवैज्ञानिक जीवन तिवारी ने अपने उद्बोधन में नशा करने से स्वास्थ्य के साथ चरित्र भी नष्ट हो जाता है। आपने बताया कि नशा कई प्रकार का होता है जैसे शराब इसका अत्यधिक सेवन करने से लीवर खराब हो जाता है और वह शनै शनै कमजोर होकर मर जाता है और दूसरा नशा अफीम का जो शुन्य तम मात्रा में लिया जाए तो वह दवाई का काम करता है किन्तु अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से वह पूरी तरह उसकी गिरफ्त में जकड़ जाता है और उसका अंत निकट समय में निश्चित है दुनिया में जितने भी ड्रग्स है वे सभी अफीम से ही बनते हैं। आपने अपने उद्बोधन में कहा कि आप की सेहत अच्छी रहे यह आपके उपर निर्भर है कि आप नशे से दूर रहे। आपने सभी शिविरार्थियों को कहा कि आप गांव में हर घर जाएं और नशा करने वालों की सूची बनाएं और हमें वह सूचि दें और हो सके तो नशा करने वाले को हमारे नशा मुक्ति केंद्र पर ले आए हम उनका निशुल्क उपचार करेंगे। आप नशा मुक्ति के उपर नुक्कड़ नाटक और रैली निकालकर लोगों को नशा मुक्ति के लिए जागरूक करें।
इस अवसर पर विनीत दूबे ने भी अपने विचार व्यक्त किए। आपने कहा कि आप जिस माहौल में रहेंगे अपने को वैसा ही ढाल पाएंगे। आपने कहा चाय भी एक नशा है इसे कभी खाली पेट न पिएं यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। आपने कहा कि दुनिया में जितने भी ड्रग्स है वह सभी अफीम से ही बनते हैं किन्तु अफीम से जीवन रक्षक दवाइयां भी बनती है। इस अवसर पर आपने योग प्राणायाम के बारे में भी बताया कि योग प्राणायाम से भी आप स्वस्थ और प्रसन्न चित्त रह सकते हैं बशर्ते कि इसे नियमित करते रहे। आपने योग प्राणायाम के प्रकार बताए यम नियम आसन प्राणायाम ध्यान धारणा और सनाद्री। आपने कहा कि आप ब्रह्म मुहूर्त में सुबह जल्दी उठकर खाली पेट योग प्राणायाम करें। आपने सभी के सम्मुख भस्त्रिका कपालभाति अनुलोम-विलोम भ्रामरी उद्गमित योग प्राणायाम करके दिखाया और सभी को अपने साथ योग प्राणायाम कराया।
इससे पहले दोपहर 2 बजे शिविर में बौध्दिक सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें दलनायक को दैनिक कार्यक्रम की रिपोर्टिंग करने के निर्देश कार्यक्रम अधिकारी ने दिए।
सर्व प्रथम मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। आज के इस कार्यक्रम में शिविर के विद्यार्थियो क्रमशः प्रफुल्ल धाकड़ व पायल राठौर भी मुख्य अतिथि बतौर मंचासीन थे। इन्होंने ने इस शिविर के संस्मरण बताए।
काजल नागदा ने सभी अतिथियों को कुमकुम का तिलक लगाकर आत्मीय स्वागत किया और छात्रों ने शारदे मां वंदना सुनो नामक गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर और ग्रामवासी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन छात्र दीपक अहीर ने किया और आभार छात्र दीपक गुप्ता ने व्यक्त किया।