सीतामऊ। सरकार द्वारा 2022 में किसानो की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन 2023 में भी किसानों की लागत मूल्य भी निकलना मुश्किल हो रहा है। ताजा उदाहरण गेंहू की फसल का है जो मंडी में 1800 से 2000 तक बिक रहे है। जिससे किसानों की लागत भी नही निकल पा रही है। अब ऐसे में सरकार किसानो की आय दुगनी तो दूर की बात है, लागत मूल्य भी वर्तमान समय में नही दिला पा रहे है। वहीं मंडी से बाहर व्यापारी किसानों की उपज के मंडी से ज्यादा भाव दे रहे है तो मंडी में किसान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। अब देखना है कि चुनावी वर्ष में किसानों को कुछ राहत दे पाती है या फिर वादों व घोषणाओं की बारिश में किसान की उम्मीद पर पानी फेरने का काम करते है। गेंहू के साथ अन्य फसलों के उचित दाम किसानों को नही मिल पा रहे हैं ऐसे में किसान अपनी व्यथा सुनाए तो किसको सुनाए।