सरवानिया महाराज। नगर परिषद ने बजट की स्वीकृति, सार्वजनिक सामुदायिक शोचालय, नामांतरण प्ररकरण, सरकारी कालोनी, सीसी रोड़, कायाकल्प अभियान, आन लाईन भवन निर्माण अनुमति, डायवर्जन नामांतरण शुल्क घटाने, भादवामाता गेट से खेड़ापति बालाजी तक डीवाईडर, आंगनबाड़ी भवन निर्माण सहित अन्य विषयों को लेकर परिषद सभाहाल में बैठक रखी गई थी। बैठक में लाए गए सभी प्रस्ताव पारित कर दिये गए।
जैसा कि पिछले कुछ दिनों से घटते बढ़ते घटनाक्रम और दबीजुबान विरोध के फुटते स्वर को देख राजनीतिक गलियारों में ये अंदाजा लगाया जा रहा था कि नपा के इस 14 मार्च 2023 के सम्मेलन में भाजपा के तथा कांग्रेस के पार्षदों की नाराजगी देखने को मिलेगी और इसी को देखते हुए पिछले कुछ दिनों से पोलिटिकल जमीन गरम दिखाई दे रही थी और लोग अनुमान लगा रहे थे कि इस बार भाजपा के और कांग्रेस के पार्षद परिषद की बैठक का अघोषित बहिष्कार करेंगे और जब आज मंगलवार को दोपहर 3 बजे परिषद की बैठक आयोजित की गई तो यह कयास एक हद तक सही भी निकला। बताते हैं नो पार्षद बैठक में नही पहुंचे। अब इसे बायकाट कहे या कुछ और कुल मिलाकर नो पार्षदों ने उपस्थिति ही दर्ज नहीं कराई।
आपको बता दें कि विभिन्न प्रकल्पों को लेकर नगर परिषद ने आज पार्षद दल की बैठक बुलाई थी जिसमे रखें गए सभी प्रस्ताव पारित किये गये। लेकिन बुलाई गई बैठक में लगभग आधे से अधिक पार्षदों की अनुपस्थिति के चलते शहर में चर्चा का विषय बन गया कि आखिरकार क्यों शहर के आधे से अधिक पार्षदों ने बैठक से किनारा कर लिया।
बैठक में मुनपा अधिकारी राजेश कुमार गुप्ता, अकाउंटेड रोहित वर्मा, नपा अध्यक्ष रुपेंद्रसिंह जैन, वार्ड नं 14 भाजपा, नपा उपाध्यक्ष रामलाल राठौर, भाजपा वार्ड न 11, सीमा कुंवर नाहरसिंह कानावत वार्ड नं 5 भाजपा, संजाबाई दिनेशचंन्द्र सालवी वार्ड नं 3 भाजपा, पप्पू राठौर वार्ड नं 9 भाजपा , आरती अर्जुन पाल भाजपा वार्ड नं 15 ने बैठक में हिस्सा लिया। शेष पार्षद जगदीशचंन्द्र राठौर वार्ड नं 1 कांग्रेस, संध्याबाई अशोक राठौर कांग्रेस वार्ड 2, सुरज चौहरा भाजपा वार्ड नं 4, प्रेमलता अनील राठौर भाजपा वार्ड नं 6, गंगाबाई देवीलाल धनगर भाजपा वार्ड नं 8, दीपिका रामलखन राठौर भाजपा वार्ड नं 12, संगीता राकेश चौहरा भाजपा वार्ड नं 13, विक्की पाटीदार वार्ड नं 7, विक्रम धनगर वार्ड नं 10 नपा सम्मेलन में नहीं आए।
बहरहाल लोगों के लिए चर्चा का विषय ये बन गया है कि आखिरकार ऐसा क्या घटनाक्रम हुआ जिसके चलते बीजेपी के ही सीटिंग मेम्बर बैठक में नहीं पहुंचे तथा कांग्रेसी पार्षद तो विरोध की भुमिका के चलते नहीं पहुंचे। शुरू में जो कयास लगायें और देखें जा रहे थे वो धरातल पर नजर तो आये लेकिन किस प्रकार की टीस या अनदेखी या क्या इंटरनल मेटर हो सकता है ये अभी किसी की समझ में नहीं आ रहा है। लेकिन बैठक में पार्षदों की गैर मौजूदगी जरूर इस बात की ओर इशारा कर रही हैं कि कुछ न कुछ तो है जिसके चलते बैठक से बायकाट किया जा रहा है।
हालांकि इस मामले में अनुपस्थित पार्षदों का अधिकारिक रुप से बैठक में नहीं आने का बयान नहीं आया है कि क्यों बायकाट था और क्या कारण रहे। लेकिन सेक्टर कांग्रेस अध्यक्ष और वार्ड नं 1 से पार्षद जगदीशचंन्द्र राठौर ने कहा कि नगर परिषद की बैठक मे केवल छः पार्षदों की उपस्थिति में प्रस्ताव पारित करने का घटना क्रम लोकतंत्र की हत्या के समान है। भाजपा की परिषद अपनी मनमर्जी कर असंवेधानिक फैसले लेकर काम कर रही हैं। कोरम का अभाव था फिर भी बैठक कर ली गई है। जबकि विधि अनुसार बैठक निरस्त होने योग्य कोरम था। परिषद मे पार्षदों की सुनवाई नही होती हैं। वहीं भाजपा की अनुपस्थित पार्षद प्रेमलता अनील राठौर ने परिवार मे भानजे की मौत का कारण बैठक में नहीं आना बताया।
मामले में नपा अध्यक्ष रुपेंद्रसिंह जैन ने कहा कि नगरपालिका अधिनियम के अनुसार एक तिहाई सदस्यों की उपस्थिति के चलते बैठक में लाए गए प्रस्ताव को पारित किया गया है। आज परिषद की बैठक में शहर विकास से जुड़े प्रस्ताव पर चर्चा कर पारित किए गए। विकास के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। शासकीय कालोनी में भुमिहीन पात्र लोगों को सरकार की अनुमति प्राप्त कर 25 लाभ देने की बात भी कही।
सीएमओ राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि नियमानुसार गणपुर्ति पर पीठासीन अधिकारी अध्यक्ष की अनुमति से बैठक आयोजन कर लाए गए प्रस्तावों पर चर्चा कर पारित कर दिये गए हैं। बैठक में छह पार्षदों ने भाग लिया।