नीमच। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने एक प्रेस नोट के माध्यम से बताया गया कि वैध ड्रग कार्टेल के खिलाफ चल रही कार्यवाई के तहत एक बड़ी सफलता में, केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, नई दिल्ली और मध्य प्रदेश की एक संयुक्त निवारक टीम ने 12 मार्च 2023 को जालोर (सांचोर) और बाड़मेर जिलों में चार स्थानों पर समानांतर तलाशी अभियान चलाया और चार व्यक्ति गिरफ्तार किए गए।
पश्चिम राजस्थान में चल रहे अवैध ड्रग्स कार्टेल के खिलाफ इस सुनियोजित ऑपरेशन के परिणामस्वरूप क्षेत्र में एनडीपीएस दवाओं की सबसे बड़ी बरामदगी हुई।
जब्त एनडीपीएस दवाएं भी शामिल-
ट्रामाडोल- 487700 कैप और टैब।
नाइट्राज़ेपम- 263340 टैबलेट,
बुप्रेनॉर्फिन- 8857 टैबलेट,
ट्रामाडोल (ढीला)- 575 ग्राम,
अफीम से भरे कैप्सूल- 1470 ग्राम (49 बोतलें),
अफीम की गोलियां- 795 ग्राम (159 बोतलें),
लॉराज़ेपम- 380 गोलियाँ,
फीनोबार्बिटोन- 570 टैबलेट,
अल्प्राजोलम- 743 टैबलेट,
क्लोनाज़ेपम- 1631 टैबलेट,
क्लोबज़म- 270 टैबलेट,
क्लोर्डियाज़ेपॉक्साइड- 170 गोलियाँ,
ज़ोलपिडेम- 165 टैबलेट,
टीअपेंटाडॉल- 1100 गोलियाँ,
मिफेप्रिस्टोन और मिसोप्रोस्टोल- 370 टैबलेट।
एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामले की मुख्य विशेष बात है कि यह पहली बार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने
अवैध अफीम से भरे कैप्सूल भी बरामद कर जब्त किए गए, उक्त कैप्सूल नो टेंशन ब्रांड नाम से बेचे जा रहे थे और आगे जांच की जाएगी।