चित्तौड़गढ़। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से एच3 एन2 इनफ्लुएंजा वायरस को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सकों को आमुखीकरण किया गया।
डॉ स्वाति मित्तल डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि चित्तौड़गढ़ ने बताया कि एच3 एन2 वायरस एक तरह का इनफ्लुएंजा वायरस है। यह एक सांस रिलेटेड बीमारी का कारण बनता है। यह वायरस पक्षियों और दूसरे जानवरों से म्यूटेड होकर इंसानों में फैलता है, यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चे बुजुर्ग एवं गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को इस वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। बुखार तीन से सात दिनों तक रहता है।
एन्फ्लूएंजा के लक्षण सांस लेने में तकलीफ होना, ऑक्सीजन लेवल 93 से कम होना, छाती और पेट में दर्द होना, उल्टियां होना, बदन दर्द एवं शरीर दर्द अथवा बुखार व खांसी का रिपीट होना है। कुछ मामलों में नाक के बहने की भी शिकायत हो सकती है। सीने में दर्द तथा बेचौनी भी महसूस हो सकती है।
रोग का उपचार
डाक्टर रामकेश गुर्जर सीएमएचओ ने बताया कि आमजन को घबराने की आवश्यकता नही है। लक्षण दिखते ही चिकित्सक से परामर्श ले व आमूल उपचार करावे। समस्त राजकीय चिकित्सालय में उपचार उपलब्ध है। रोग गंभीर नही, पर आमूल उपचार आवश्यक है।
चिकित्सकों को मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित करने के निर्देश
सीएमएचओ ने हाल ही में नवनियुक्त चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि वे मुख्यालय पर ही ठहराव सुनिश्चित करें। साथ ही दैनिक ओपीडी में आने वाले आईएलआई एवं सारी रोगियों की विशेष निगरानी सुनिश्चित की जाए।
एमआर एलिमिनेशन कार्यक्रम की समीक्षा
एमआर एलिमिनेशन की समीक्षा करते हुए सीएमएचओ ने समस्त चिकित्सकों को निर्देशित किया है कि 31 मार्च तक उक्त अभियान के तहत समस्त गतिविधियों का टाइमलाइन अनुसार क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में समस्त बीसीएमओ, बीपीएम, बीएचएस, डॉ पंकज सोनी, आरसीएचओ, विनायक मेहता डीपीएम, खुशवंत कुमार हिंडोनिया जिला डाटा प्रबंधक (आईडीएसपी)अनिल शर्मा शहरी कार्यक्रम प्रबंधक, राजेंद्र खटीक सांख्यिकी अधिकारी संजना अग्रवाल जिला नोडल अधिकारी उपस्थित थे।