नीमच। जिले के गाँव-गाँव व शहर-शहर में महिलाओं के ई-केवायसी अर्थात समग्र आईडी, आधार एवं मोबाइल फोन नंबर से मिलान का काम किया जा रहा है। खासतौर पर “मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” की पात्रता के दायरे में आने वाली सभी महिलाओं की ई-केवायसी का काम किया जा रहा है। यह अभियान शत प्रतिशत महिलाओं की ई-केवायसी होने तक जारी रहेगा।
कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने ई-केवायसी के साथ-साथ जिन महिलाओं के खाते नहीं हैं, उनके नजदीकी बैंक में खाते खुलवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ दिलाने के लिए संबंधित महिला का ई-केवायसी होना जरूरी है। इसलिए सभी अधिकारी इस काम को पूरी गंभीरता से अंजाम दें।
जिले में एमपी ऑनलाइन कियोस्क व सीएससी सहित नगरीय निकाय व पंचायतों के अमले द्वारा ई-केवायसी का काम किया जा रहा है।
“मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना” की पात्रता की शर्तें भी राज्य शासन द्वारा निर्धारित कर ली गई हैं। जिन परिवारों की वार्षिक आय ढ़ाई लाख रूपए से कम है, पाँच एकड़ से कम जमीन है और परिवार में कोई आयकरदाता नहीं है। ऐसे परिवारों की 23 से 60 वर्ष तक की बहनें योजना के लिये पात्र हैं। योजना में परिवार का आशय है पति, पत्नी और बच्चे । योजना के तहत 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जायेंगे। पंजीयन फॉर्म भरवाने के लिये ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के वार्डों में शिविर लगाये जायेंगे। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किश्त पात्र महिलाओं के बैंक खातों में जमा की जायेगी।