नीमच। शहर में आचार्य सुनीलसागरजी महाराज के सुयोग्य शिष्य मुनि 108 सम्बुद्धसागरजी महाराज एवं मुनि 108 सुविज्ञसागरजी महाराज का आगमन हुआ।
प्रातः दिगम्बर जैन मंदिर में मंगल प्रवचन देते हुए मुनि 108 सम्बुद्धसागरजी महाराज ने कहा कि झुकना सीखो, क्षमा करना सीखो, तुलना मत करो, समता भाव धारण करो, समता भाव ही धर्म है, जो हर बात में राजी वो राजा, सामने वाले से अपेक्षा रखना ही क्रोध कारण है, सामूहिक प्रार्थना से सकारात्मक उर्जा पैदा करो, हमेशा देना या छोडना सीखो, भूतकाल को भूलोगे तो ही आगे बढोगे।
मंगल प्रवचन के पूर्व मंदसौर से पधारे सकल जैन समाज के महामंत्री गोपी अग्रवाल ने महाराजद्वय के प्रति विनयांजलि अर्पित करते हुए महाराज के प्रवचनों को जीवन में अंगीकार करने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन मुकेश विनायका ने किया
मंगल प्रवचन के पष्चात मुनि 108 सम्बुद्धसागरजी महाराज की आहारचर्या विजय अनिता बज के निवास पर एवं मुनि 108 सुविज्ञसागरजी महाराज की आहारचर्या अनिता सालगिया (जैन हार्डवेयर) के भोलाराम कम्पाउण्ड स्थित निवास पर हुई।
कार्यक्रम में दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विजय विनायका (जैन ब्रोकर) एवं सचिव प्रमोद गोधा, ज्ञानचंद कासलीवाल, विमल कासलीवाल, जयकुमार बज, रोशनलाल बज, अनिल बज, प्रेम अजमेरा, सुनील बाकलीवाल, जितेन्द्र जैन बन्टी, सुरेश आजाद, पुखराज मित्तल, राजेन्द्र सोनी, सुमित कुनिया, विजय सरावगी, महेन्द्र पाटनी, परीक्षित सर्राफ, सुनील शाह, कनकमल अग्रवाल, बाबूलाल बज, मनीश शाह, अशोक विनायका, पूनमचंद मेहता, विशाल विनायका (फोटोकॉपी), दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप जिनागम अध्यक्ष अंकुष गोधा व सचिव निखिल बज, दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप मेन अध्यक्ष सुनील पाटनी, दिगम्बर जैन महिला मण्डल अध्यक्षा चमेली शाह, शशि विनायका, ललिता बज, रेखा सरावगी, उषा गोधा, आशा रारा, प्रेरणा बाकलीवाल, हंसा बज, रेणु रारा, सरोज गोधा, निर्मला कासलीवाल, निधि जैन, चन्द्रकला अजमेरा, निर्मला कुनिया सहित समाजजन उपस्थित थे।