डबरा। शासकीय स्कूलों में अध्यनरत छात्रों का शैक्षणिक स्तर गुणवत्ता पूर्ण हो और नियमित रूप से स्कूल खुले और नियमित रूप से स्कूल में शिक्षक पहुंचे। बच्चों को निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार अध्यापन कराए। ऐसी व्यवस्थाओं को लेकर नियमित शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों की मॉनिटरिंग करने में जुटे है।
इसी क्रम में ग्वालियर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार से मिले निर्देशों के आधार पर शनिवार को सहायक जिला परियोजना समन्वयक पंकज पाठक ने घाटीगांव विकासखंड के शासकीय माध्यमिक विद्यालय बंजारा खिरक के स्कूल का निरीक्षण किया।
स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक अनुपस्थित मिला जिसके खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव बनाया गया, तो वही डांडा खिरक के माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने छात्रों का शैक्षणिक स्तर पर रखने के लिए छात्रों को अध्यापन कराया, जिसमें छात्रों का शैक्षणिक स्तर कमजोर पाया। जिस पर उपस्थित शिक्षकों को शैक्षणिक गुणवत्ता में जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार हुकुमगढ़ स्थित हुकुमगढ़ का भी निरीक्षण किया। यहां भी बच्चों का शैक्षणिक स्तर कमजोर मिला, तो वहीं छात्रों की उपस्थित कम मिली। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए संबंध शिक्षकों को छात्रों की सत प्रतिशत उपस्थिति के लिए गांव में किया जा रहे प्रयासों के संबंध में जानकारी ली। इस पर असंतुष्टता जाहिर करते हुए निर्देशित किया कि पालकों के बीच जाएं और अधिक से अधिक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए उन्हें प्रेरित करें।
इसके बाद शासकीय प्राथमिक विद्यालय उदय नगर पहाड़ी संकुल पर पहुंचे, तो स्कूल बंद मिला। इस पर वहां आसपास निवास रत लोगों ने भी अपनी शिकायत में अधिकतर समय स्कूल बंद रहने और निर्धारित समय पर न खुलने की बात कही जिस पर मौके का पंचनामा कार्रवाई के लिए बनाया गया।
इसके बाद भितरवार विकासखंड के शासकीय माध्यमिक विद्यालय मउछ का निरीक्षण किया। यहां भी छात्र संख्या कम मिली, तो वहीं स्कूल के आसपास गंदगी और शौचालय का भी निरीक्षण किया। वहां भी गंदगी मिली जिसे जल से जल्द व्यवस्थित साफ स्वच्छ बनाने के निर्देश दिए गए।
सहायक जिला परियोजना समन्वयक पाठक ने सभी स्कूलों के निरीक्षण के बाद स्कूलों की रंगाई पुताई के अलावा शासन नियम अनुसार निर्धारित पाठ्यक्रम अनुसार छात्रों को शिक्षा अध्यापन कराई जा रही है या नहीं इसकी भी जानकारी ली। साथ ही मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के दौरान गुणवत्तापूर्ण भोजन दिया जा रहा है या नहीं बच्चों को साफ स्वच्छ पीने योग्य पानी उपलब्ध है या नहीं स्कूलों में बिजली है या नहीं जिनकी भी जांच की गई जहां भी अव्यवस्थाएं मिली। इनके सुधार के निर्देश संबंधित शिक्षकों को देते हुए निर्धारित समय पर स्कूल खोलने और छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के निर्देश दिए।