चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार ने सोमवार देर रात 20 आईएएस और 20 आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर करते हुए 5 जिलों के कलेक्टर और 6 जिलों में एसपी बदल दिए है। चित्तौड़गढ़ कलेक्टर पीयूष सामरिया का भी ट्रांसफर किया गया है। उनकी जगह अब साल 2014 के यूपीएससी टॉपर आईएएस गौरव अग्रवाल के हाथों चित्तौड़ की बागडोर होगी। सिर्फ ढाई महीने यानी 78 दिनों में ही कलेक्टर का बदलाव किया गया है।
वर्तमान कलेक्टर पीयूष सामरिया का ट्रांसफर पंजीयन एवं मुद्रांक अजमेर के महानिरीक्षक के रूप में हुआ है। वहीं, आईएस गौरव अग्रवाल अभी एग्रीकल्चर एंड पंचायती राज विभाग जयपुर के कमिश्नर के पद पर काम संभाल रहे हैं।
पांच साल में 8 बार बदले जिला कलेक्टर-
राजस्थान सरकार की ओर से प्रशासनिक सेवा के 20 अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया। तीन अधिकारियों को अतिरिक्त भार भी दिया गया, जिसमें जिले के पूर्व कलेक्टर रह चुके ताराचंद मीणा भी शामिल है। ट्रांसफर सूची के अनुसार गौरव अग्रवाल को चित्तौड़गढ़ जिले का 49वां कलेक्टर बनाया गया। वे पिछले 5 साल में जिले के आठवें कलेक्टर होंगे। जिले के 75 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी सरकार के 5 साल में इतनी बार मुखिया बदला गया हो।
विधानसभा 2018 के समय कलेक्टर इंद्रजीत सिंह थे। गहलोत सरकार बनने के कुछ दिन बाद ही कलेक्टर इंद्रजीत सिंह की जगह शिवांगी स्वर्णकर को लगाया गया। उसके बाद चेतन देवड़ा, केके शर्मा और ताराचंद मीणा को भी लगाया गया। यह चारों कलेक्टर सिर्फ 9-9 महीने ही रह पाए। इसके बाद अरविंद कुमार पोसवाल को कलेक्टर बनाया गया।
पोसवाल यहां पर सबसे ज्यादा डेढ़ साल रहे हैं। जुलाई महीने में ही सरकार के नए आदेश निकालने के बाद अरविंद कुमार पोसवाल की जगह पीयूष सामरिया को लगाया गया। पीयूष सामरिया ने 16 जुलाई को ही ज्वाइनिंग की थी। आज लगभग 78 दिन बाद ही फिर से जिला कलेक्टर का ट्रांसफर किया गया। आचार संहिता लगने से जस्ट पहले यहां पर गौरव अग्रवाल को लगाया गया है।