चित्तौड़गढ़। केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने तथा योजनाओं से वंचित पात्र नागरिकों को लाभान्वित करने के लिए चलाई जा रही विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत पंचायत समिति भदेसर की ग्राम पंचायत बालुंडी और भदेसर, पंचायत समिति बड़ी सादड़ी की ग्राम पंचायत बोरखेड़ा और चैनपुरियां, पंचायत समिति चित्तौड़गढ़ की ग्राम पंचायत गिलुण्ड और घटियावली, पंचायत समिति कपासन की ग्राम पंचायत चाकुड़ा और करजाली, पंचायत समिति भैंसरोड़गढ़ की ग्राम पंचायत बलकुण्डी कलां और टालू का लुहारिया एवं पंचायत समिति डूंगला की ग्राम पंचायत भाटोली, बागरियान और चिकारड़ा में शिविर आयोजित हुए।
बड़ी सादड़ी विधायक गौतम दक ने पंचायत समिति डूंगला की ग्राम पंचायत भाटोली बागरियान और पंचायत समिति बड़ीसादड़ी की ग्राम पंचायत चैनपुरिया में आयोजित शिविर का निरीक्षण किया और आमजन को विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देकर अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अधिकारियों को विभिन्न योजनाओं से वंचित पात्र नागरिकों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने उपस्थित लोगों को 2047 तक भारत को विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की शपथ दिलवाई।
जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने पंचायत समिति भैसरोड़गढ़ की ग्राम पंचायत टोलू का लुहारिया में आयोजित शिविर का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संकल्प यात्रा का उद्देश्य भारत सरकार की योजनाओं के बारे में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना और अधिक से अधिक लोगों, विशेषकर वंचित वर्गों के लोगों को इन कार्यक्रमों के दायरे में लाना है। उन्होंने शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टॉल पर जाकर संबंधित योजनाओं की प्रगति का फीडबैक भी लिया तथा अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रावतभाटा मुकेश कुमार मीणा सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी उपस्थित रहे।
शिविरों में स्थानीय विद्यार्थियों और आमजन द्वारा विकसित भारत संकल्प यात्रा की वैन के पहुँचने पर उसका ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। विकसित भारत संकल्प यात्रा के शिविरों में विभागवार काउंटर लगाये गये है, जहां नागरिकों का हाथों-हाथ पंजीकरण कर लाभान्वित किया जा रहा है। शिविरों में स्थानीय विधालय के विद्यार्थियों द्वारा धरती कहे पुकार के की थीम पर आधारित कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। इसके अलावा रोचक नाटक प्रस्तुतियों ने भी सभी का ध्यान आकर्षित कर योजनाओं के बारें में जागरूकता फैलाई। साथ ही, विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने को लेकर संकल्प भी दिलाया गया। शिविरों में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए।