उज्जैन। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव रविवार को श्री जीरावला पार्श्वनाथ मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पधारे पूज्य गुरुदेव आचार्य श्री विश्व रत्न सागर जी मसा के दर्शन किए एवं उनसे भेंट किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि यह हमारा परम सौभाग्य है कि उज्जैन की धरती पर पूज्य गुरुजी विश्व रत्न सागर जी महाराज पधारे हैं। उज्जैन रत्नों की नगरी है। नाना प्रकार के रत्न से युक्त है। ऐसी धरती पर पूज्य गुरु जी का पधारना हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। पूज्य गुरु जी सबको प्यार एवं आशीर्वाद देते हैं, वह अद्भुभूत है। किसी भी स्थान पर देवालय की जो प्राण प्रतिष्ठा होती है तो यह परमात्मा का ही आशीर्वाद है।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि संत मुनि मंडल का आशीर्वाद हमेशा हम सबको मिलता रहता है। महाराज जी के जन्मोत्सव का आयोजन बहुत ही भव्य था जो हमारे ज्ञान चक्षु खोलने वाला था।
डॉ यादव ने कहा कि एक बात तो तय है कि समाज व्यापार एवं व्यवसाय में आगे है। इसके बावजूद पुण्य कार्य के लिए समय निकालता है। डॉक्टर यादव ने कहा कि मुनिश्री विश्व रत्न सागर जी महाराज जहां भी विहार करें, प्रवास करें, जहां भी रहे हमें आशीर्वाद देते रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति लागू की गई है। इसमें महावीर स्वामी जी के जीवन को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है। हमने तय किया है कि प्रदेश में खुले में मांस और मछली का विक्रय ना हो। इसके लिए एक निश्चित जगह तय की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इतना बड़ा आयोजन प्राण प्रतिष्ठा करना कई जन्मों के पुण्य के बाद होता है।
इस अवसर पर उज्जैन उत्तर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विवेक जोशी, आयोजन समिति के राजेश जैन डगवाल, प्रवीण कांकरिया, डॉ राहुल कटारिया, संजय नाहर, मुकेश राका, राकेश नाहटा सहित अन्य समाज जनों ने मुख्यमंत्री का शाल एवं श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया।