नीमच। शहर के समीप स्थित ग्राम सगराना में एक निजी कंपनी द्वारा सीमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। जिसके लिए शासन स्तर से स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। अब इसके लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। जिसमें शासकीय और अशासकीय भूमि भी ली जा रही है। इसके लिए किसानों और ग्रामीणों को मुआवजा भी दिया जाना है। मगर भूमि अधिग्रहण से स्थानीय लोग व ग्रामीण नाराज है।
इसी कड़ी में सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में सगराना के ग्रामीण नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी के साथ पहुंचे। जहां उन्होंने भूमि अधिग्रहण करने और सीमेंट प्लांट लगाए जाने का विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में ही गांव आसपास कई फैक्ट्री और प्लांट लगे हुए है। जिनकी वजह से प्रदूषण हो रहा है। जिससे उनके स्वास्थ्य और भूमि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। सीमेंट प्लांट लगने से उनकी कृषि भूमि की उपजाऊ क्षमता नष्ट हो जाएगी।
इतना ही नहीं सीमेंट प्लांट के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण करने के लिए जो राशि मुआवजे के तौर पर दी जा रही है। वह काफी कम है जबकि भूमि का बाजार मूल्य इससे काफी ज्यादा है। इससे ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें मुआवजे की जगह भूमि के बदले में भूमि दी जाए।
किसानों ने इन तमाम बातों को लेकर नीमच कलेक्टर कार्यालय में नारेबाजी करते हुए ज्ञापन दिया। ज्ञापन एसडीएम ममता खेड़े ने लिया इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य तरुण बाहेती, कांग्रेस नेत्री मधु बंसल, बृजेश सक्सेना, भगत वर्मा, सरपंच ग्रामीण महिला व पुरुष आदि मौजूद रहे।