चित्तौड़गढ़। ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने श्रद्धालुओं को ईश्वरीय संदेश देते हुए कहा कि शरीर रूपी मंदिर को दूरदर्शन से गंदा ना करें बल्कि उसे मंदिर जैसा शुद्ध स्वच्छ रखें। राजयोगिनी आशा दीदी ने बताया कि वास्तव में जीवन को निरोगी बनाए रखने के लिए हम नशीले पदार्थ से दूर रहे, क्योंकि मनुष्य जीवन बहुत अमूल्य है उसे सुरक्षित रखने के लिए स्वस्थ रखने के लिए और अपने मन को शक्तिशाली खुश रखने के लिए हमें परमपिता परमात्मा शिव का ध्यान करना चाहिए। राजयोग मेडिटेशन के द्वारा हम अपने मन को सशक्त बना सकते हैं क्योंकि जब हमारा मन कंट्रोल में होगा पावरफुल होगा तो हम सहज ही नशा मुक्त बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि शरीर चौतन्य आत्मा का मंदिर है इसे अपवित्र नहीं करना चाहिए। मानव से देव तुल्य बनने के लिए तन और मन को पवित्र बनाना जरूरी है इसके लिए परमात्मा के सिखाए गए राजयोग का अभ्यास करना पड़ेगा और प्रातः होते ही परमात्मा का सिमरन ध्यान अवश्य करना चाहिए। जिससे हमारे मन बुद्धि एकाग्र होकर परमात्मा से शक्तियां और ऊर्जा प्राप्त कर सके जिससे हमारा तन और मन सदैव निरोगी रहे मंदिर के पुजारी जी को भी ईश्वर संदेश दीया गया।