इंदौर। हेलमेट न पहनने वालों को 1 अगस्त से पेट्रोल न देने के कलेक्टर के आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट में लगी दो जनहित याचिकाओं पर आज (4 अगस्त को) सुनवाई होगी। जिसमें याचिकाकर्ता तर्क देंगे कि शहर के मध्य क्षेत्र में हेलमेट की कोई आवश्यकता नहीं है। वहीं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि हर बात कानून में नहीं, पर जान बचाने के लिए हेलमेट पहनना जरूरी है।
इसमें से एक याचिका 31 जुलाई को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट रितेश ईनानी ने लगाई है। इसमें कहा गया है कि हेलमेट की अनिवार्यता का नियम शहर के बाहरी क्षेत्रों में लागू किया जा सकता है। शहर के मध्य क्षेत्र में दो पहिया वाहन चालकों के लिए हेलमेट की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण यहां ट्रैफिक लगभग रेंगते हुए चलता है। दूसरी याचिका एडवोकेट पंकज वाधवानी ने लगाई है। उसमें भी इसी बिंदु को उठाया गया है।
नो हेलमेट-नो पेट्रोल’ अभियान में राहत देने की पहल
इंदौर शहर में एक अगस्त से लागू ‘नो हेलमेट, नो पेट्रोल अभियान का जिला प्रशासन द्वारा सख्ती से पालन कराया जा रहा है। इससे दो पहिया वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जनता को हो रही इस परेशानी से बचाने के उद्देश्य से भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कलेक्टर आशीष सिंह से बात की है।
भाजपा नेताओं ने आग्रह किया कि जिस तरह से सफाई को लेकर शहर में जागरूकता अभियान चलाया, उसी तरह हेलमेट को लेकर भी लोगों को जागरूक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक संस्थाएं और संगठन गरीब तबके के लोगों को मुफ्त में हेलमेट वितरण कार्यक्रम चलाएं जाएंगे। तब तक इस अभियान में थोड़ी राहत दी जाए।
विधायक-सांसद से की गई चर्चा
वहीं भाजपा कार्यालय में सभी विधायक और सांसद शंकर लालवानी के साथ भी नगर अध्यक्ष ने इस विषय पर चर्चा कर सभी की राय जानी। इस दौरान सामाजिक संगठनों के माध्यम से हेलमेट के लिए जागरूकता और हेलमेट वितरण कार्यक्रम की शुरुआत करने पर सहमति बनी। चर्चा में भाजपा संगठन के संभागीय प्रभारी राघवेंद्र गौतम भी शामिल रहे।
जान बचाने के लिए हेलमेट जरूरी
परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने मोटर व्हीकल एक्ट में हेलमेट पहनकर ही पेट्रोल देने के नियम के मामले में दैनिक भास्कर से कहा कि हर बात कानून में नहीं होती, लेकिन अपनी जान बचाने के लिए खुद को कुछ कदम उठाना पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि हेलमेट लोगों को दुर्घटना से बचाने का माध्यम है। व्यक्ति को आगे रहकर लगाना है। सरकारदृप्रशासन इसके अवेयरनेस के लिए लगातार प्रयास करते रहे हैं। सिंह ने कहा कि आज की पीढ़ी हेलमेट पहनने पर ज्यादा फोकस कर रही है। हेलमेट पहनने से हादसों में होने वाली मौतों को 98 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
हेलमेट पहनकर आने वालों को दिए गुलाब
सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन के संबंध में इंदौर विकास प्राधिकरण ने अनूठी पहल की है। इंदौर विकास प्राधिकरण परिसर में हेलमेट पहनकर आने वाले कर्मचारियों और अन्य वाहन चालकों का गुलाब देकर स्वागत किया गया।