खरगोन। शहर के जुलवानिया रोड़ स्थित जवाहरलाल नेहरु सहकारी एग्रीकल्चर प्रोड्यूस प्रोसेसिंग सोसायटी (सुतमिल) करीब ढाई साल से आर्थिक मंदी का हवाला देकर बंद कर दी गई है। मिल प्रबंधन के खिलाफ अब अंशपूंजी लगाने वाले सदस्यों ने एकजुट होकर संचालक मंडल की जांच कराने की मांग को लेकर एकजुट हुए है।
मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे अंशधारक जगन्नाथ पटेल, माधव पटेल, दुर्गेश पंवार, जैराम पटेल, मदन यादव आदि ने कलेक्टर के नाम की शिकायत में बताया कि मिल दिसंबर 2023 में बंद कर दी गई है। इसके बाद भी सोसायटी संचालक मंडल चुनाव कराए गए है, जो सहकारिता नियमों के खिलाफ है। अंशपूंजी धारकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पिछले करीब 10 वर्षों से मनमाने तरीके से संचालन हो रहा था। संचालक मंडल न तो चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दे रहा था न ही वार्षिक साधारण सभा की सूचना एवं आय- व्यय की जानकारी दी गई। शेयर धारकों ने वित्तीय अनियमितता की आशंका जताते हुए कलेक्टर से जांच कराई जाकर दोषी संचालक मंडल के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की मांग की है।