नीमच। नीमच ज़िला कृषि आधारित ज़िला हैं और नीमच कृषि मंडी का महत्व इसी बात से मालूम पड़ता हैं कि यहाँ केंद्र सरकार ने इसे औषधीय मंडी के रूप में विकसित करने के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत किए और उसे देश की उन प्रमुख मंडियो में शामिल किया। उक्त बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सम्पत स्वरूप जाजू ने कही।
जाजू ने आगे कहा कि वॉइस ऑफ़ एमपी ने समाचार विश्लेषण के जो मुद्दा उठाया वह व्यावहारिक और समयानुकूल मुद्दा हैं। टिप्पणी पारदर्शी और जहाँ प्रशासनिक नियंत्रण की कमियों को उजागर कर रही है वहीं सत्ताधारी और विपक्ष के सभी किसान नेता एवम संघटनो की कार्यशैली पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा रही हैं।
चुनावी वर्ष में विपक्ष को प्रतिदिन ज़मीन से जुड़े मुद्दे मिल रहे हैं और विपक्ष के प्रदेश स्तर से लेकर ज़िलास्तर के नेता ज़िले में सक्रियता दर्शा रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य हैं कि जिस प्रकार सरकार को घेरना चाहिये और जन हितेषी मुद्दे उठाना चाहिये उस तरह के आरोप और आंदोलन का अभाव उनकी कार्यशैली में दिखता हैं।
जाजू ने कहा कि विगत एक सप्ताह में यह ग्रामीण क्षेत्र से संबधित दूसरा मामला हैं।
पहला मामला ओवर लोड सुखले के वाहनो से क़ानून को तोड़ते हुए नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही थी और अवैध परिवहन किया किया जा रहा था जिसे सत्तापक्ष और विपक्ष मौन दर्शक बन कर देखता रहा और पीड़ित लोग जागरूक हुए सड़क पर उतरे और चक्का जाम कर प्रशासन को कार्यवाही करने को मजबूर कर दिया।