नरसिहंपुर। कलेक्टर ऋजु बाफना ने करेली तहसील के ग्राम खिरिया, आमगांवबड़ा एवं तिंसरा का भ्रमण कर अतिवृष्टि से हुई क्षति का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित एवं जलभराव वाले क्षेत्रों का मौके पर जाकर मुआयना किया, बाढ़ प्रभावितों से रूबरू चर्चा की और क्षति के आंकलन के लिए किये जा रहे सर्वे की जानकारी ली। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों के क्षतिग्रस्त मकानों का निरीक्षण किया। बाफना ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को खाद्यान्न और तत्परता से आरबीसी 6(4) के तहत प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिये।उचित मूल्य की दुकानों को निरंतर चालू रखने के निर्देश भी इस दौरान दिए।
ग्राम खिरिया में ग्रामीणों से चर्चा कर कलेक्टर ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली। यहां बताया गया कि बाढ़ प्रभावित 21 परिवारों का सर्वे किया गया है, 3 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावितों को खाद्यान्न मुहैया कराने के निर्देश दिये।
ग्राम आमगांवबड़ा में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि नाले के आसपास प्रधानमंत्री आवास नहीं बनाये जायें। उन्हें अवगत कराया गया कि यहां अतिवृष्टि से हुई क्षति का सर्वे हो चुका है, 171 लोगों का सर्वे किया गया है। उन्होंने आंशिक नुकसानी का सर्वे करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने कहा कि जहां पट्टे दिये गये हैं, वहीं प्रधानमंत्री आवास बनाये जायें।
ग्राम तिंसरा में बताया गया कि यहाँ 120 लोगों का सर्वे हो चुका है। इनमें से 7 लोगों के आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। यहां उन्होंने रामप्रसाद जाटव, तेजराम जाटव, छोटीबाई ठाकुर के क्षतिग्रस्त मकानों का निरीक्षण किया।
अमृत सरोवर का किया निरीक्षण
कलेक्टर ऋजु बाफना ने चांवरपाठा विकासखंड के ग्राम हर्रई एवं ढांड़िया में अमृत सरोवर का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से चर्चा की। यहां उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं के माध्यम से मछली पालन पर बल दिया, ताकि उनकी आमदनी में वृद्धि हो सके। कलेक्टर ने मछली पालन के लिए प्रेरित किया।