खरगोन। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा जरूरतमंद बच्चों की मदद करने की सक्रियता किसी से छिपी नहीं है। उनके संज्ञान में आते ही आवश्यक जानकारी के साथ दस्तावेजों की पूर्ति कराकर सहयोग की हरसंभव कोशिश करते रहें है। चाहे वो जनसुनवाई में निर्धन व गरीब वर्ग की मदद के लिए रेड़क्रॉस से आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात हो या फिर वाट्सअप के माध्यम से जानकारी संज्ञान में आने पर वे तुरंत रिस्पॉन्स करते हुए मदद पहुँचाते है। 1 दिन पहले बुधवार को एक संघ द्वारा कलेक्टर वर्मा के संज्ञान में ओझरा तहसील कसरावद में ऐसे बच्चों के बारे में बताया गया जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं है। उनकी परवरिश उनकी दादी द्वारा की जा रही है। इसके बाद कलेक्टर वर्मा ने महिला एवं बाल विकास विभाग को मामला सुपुर्द कर उसकी जानकारी जुटाई। गुरुवार को उन दो बच्चों को मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के तहत प्रकरण स्वीकृत करते हुए राशि जारी करने के निर्देश दे दिए हैं। ज्ञात हो कि इसी तरह 26 जून को कलेक्टर वर्मा को एक जनप्रतिनिधि द्वारा राधिका के जटिल जीवन के बारे में बताया गया। इसके बाद उन्होंने सक्रियता दिखाते हुए राधिका का ओमेंटल सिष्ट का ऑपरेशन कराया। अब राधिका का उपचार होने के बाद स्वास्थ्य लाभ ले रही है। इससे पूर्व 8वी पास होनहार छात्र जो जुगाड़ से रोबोट बनाकर उपयोगिता बताई थी। उसे भी आगे की शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए आर्थिक मदद के साथ आगे शिक्षा व सहयोग प्रदान करने के लिए आश्वस्त किया। ऐसे कई मामलें है जिनमें कलेक्टर वर्मा ने संवेदनशीलता दिखाकर मदद पहुँचायी है।
संज्ञान में आते ही मदद के लिए प्रयास-
कलेक्टर वर्मा ने सामाजिक संगठनों और नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि जिले में कही ऐसे जरूरतमंद बच्चें हो तो प्रशासन के संज्ञान में लाएं। प्रशासन हरसंभव मदद करने के लिए तैयार है। जैसे ही किसान संघ द्वारा उनको जानकारी दी गई। उन्होंने तुरंत उनके बारे में जानकारी और दस्तावेज जुटाने के बाद प्रकरण स्वीकृत किये गए। अब करीब 8 वर्षीय बालिका रक्षा (नाम बदला हुआ) और 5 वर्षीय बालक वैभव (नाम बदला हुआ) को योजना के तहत 4-4 हजार रुपये प्रतिमाह की सहायता प्रदान की जाएगी।