चित्तौड़गढ़ । ग्राम पंचायत बड़ोदिया के राप्रावि गोरा जी का खेड़ा का विद्यालय भवन जर्जर हालत में है। उच्च अधिकारियों की अनदेखी के चलते बजट अभाव में विद्यालय का मरम्मत कार्य नहीं हो पा रहा है। विद्यालय भवन में तीन कमरे है। एक कमरे की छत में दरारें आ चुकी है। सबसे छोटे कमरे में कार्यालय संचालित किया जा रहा है। बारिश के चलते कमरों की दीवारों में सीलन आ चुकी है। 55 विद्यार्थियों के नामांकन वाले स्कूल भवन की दुर्दशा के चलते विद्यार्थी खुले में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर है। विद्यालय भवन पुराना हो चुका है। भवन की मरम्मत को लेकर सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी को सूचना दी।
विद्यालय का मुख्य दरवाजा व सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जिससे विद्यालय परिसर में जानवर आ जाते हैं। शराब की बोतले टूटी पड़ी होती है। कांच के टुकड़ों से बच्चों के घायल होने की आशंका बनी रहती है।
विद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के लिए शौचालय के लिए व्यवस्था नहीं है विद्यालय में 2 महिला टीचर हैं शौचालय की व्यवस्था नहीं होने कारण गांव में किसी शौचालय में जाना पड़ता है। विद्यालय परिसर में लाइट का पोल खड़ा है जोकि बच्चों को करंट लगने का खतरा है और विद्यालय परिसर में बरसात के पानी की निकासी नहीं होने के कारण आसपास के खेतों का पानी पूरा विद्यालय में आता है जिस दिन बारिश तेज आती है सारा पानी स्कूल में जमा हो जाता है उस दिन बच्चों को स्कूल आने में दिक्कत होती है स्कूल के भवन की पर्स जगह जगह से टूट चुकी है जिससे बच्चों को वहां बैठने में बहुत दिक्कत हो रही है।
घर जाकर पानी पीने को मजबूर बच्चें-
स्कूल में पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से बच्चों को घर जाकर पानी पीकर आना पड़ता है। जिससे उनका शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। बच्चों को गांव में स्कूल से 500 मीटर दूर लगी सार्वजनिक टंकी में पानी पीकर आने में 15 से 20 मिनट का समय लग जाता है।
उच्च अधिकारियों को समस्या से समय समय पर अवगत करवाया गया है, लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हो पाई। गांव के मदन पुर्बिया, गोपाल पुर्बिया, प्रेम माली, राधेश्याम माली, कैलाश माली, रतन पुर्बिया, प्रकाश पुर्बिया, शान्ति लाल, रामेश पुर्बिया, देवी लाल नारायण लाल सहित कईं लोगों ने विद्यालय जाकर समस्या को देखा।