डेस्क। मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने शुक्रवार को विधानसभा और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को इस्तीफा भेजा है। साथ ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को भी त्यागपत्र भेजा है।
नारायण त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी से विधायकी का सफर शुरू किया था। फिर कांग्रेस का हाथ थामा और दूसरी बार विधायक बने। इसके बाद साल 2015 के उपचुनाव में बीजेपी के टिकट से लड़े और जीते। फिर 2018 के विधानसभा चुनाव में दोबारा बीजेपी के टिकट पर जीतकर विधानसभा पहुंचे। विधायक त्रिपाठी पिछले 2-3 साल से लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे थे और अलग विंध्य प्रदेश की मांग को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर हमलावर थे। इस बार के चुनाव में बीजेपी ने नारायण त्रिपाठी का टिकट काटकर मैहर से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दिया है. जिन्हें सिंधिया समर्थक माना जाता है। बीजेपी की लिस्ट में मैहर से सिंधिया समर्थक श्रीकांत चतुर्वेदी का नाम घोषित होने के बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि नारायण त्रिपाठी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।