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November 25, 2023, 11:16 am
BIG NEWS : सूक्ष्म जल आवर्धन योजना में प्रतिदिन हो रहे लीकेज, एक भी दिन पूरे समय नहीं चली योजना, किसानों में पनप रहा आक्रोश, आंदोलन की दी चेतावनी, पढ़े कमलेश प्रजापति की खबर   

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गरोठ। युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रकाश पटेल, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष एनडी वैष्णव पत्रकार, ब्लॉक कांग्रेस वरिष्ठ उपाध्यक्ष पूर्व सरपंच बाबूलाल पाटीदार, सरपंच प्रतिनिधि कमलेश खेर ने आरोप लगाया कि जल संसाधन विभाग द्वारा गांव कोटड़ा बुजुर्ग में जो लाइन डाली गई है इसके अंतर्गत कोटडा बुजुर्ग, काला खेड़ा, बरखेड़ा और बोलिया को पानी मिलना था। 2 साल बाद भी अभी तक किसानों को मात्र 20 घंटे भी पानी नहीं मिला है। 5-6 घंटे से ज्यादा अभी तक जल सिंचाई योजना नहीं चली है। रोज-रोज के लीकेज इसके अलावा कोई भी आवाज इस सूक्ष्म जल आवर्धन योजना के अधिकारियों और आफ़शोर कंपनी के कारिंदों की नहीं सुनाई देती है।
अगर जब यह लाइन डाली गई मई जून की गर्मी में तब अधिकारी इसका निरीक्षण करते तो आज यह लीकेज का सामना नहीं करना पड़ता। किंतु जब इस योजना की पाइपलाइन डाली जा रही थी तब अधिकारी एयर कंडीशनर में बैठकर आराम फरमा रहे थे। तब जागरूक लोगो ने आवाज उठाई की लाइन 4 से 6 फीट डाली जाना थी वह कहीं तो एक दो फीट पर ही डाल दी गई है और किसानों के खेतों में जब प्लाविग की जाती है तब यह पाइपलाइन टूट फूट हो गई है, क्योंकि मानक स्तर से नीचे नहीं डाली गई। इसका हश्र यही होना था और हुआ भी ।
अब अधिकारी और आफ़शोर कंपनी के कर्मचारी बगले झांक रहे हैं। जैसे ही दो-तीन घंटे लाइन चलती है कहीं ना कहीं लीकेज सामने आ जाता है, दिन-रात लीकेज लीकेज और लीकेज ढूंढते ही रहे हैं। पानी का लीकेज कोई दो दिन तक ठीक नहीं कर पाते अभी तो कई जगह लाइन है खुली पड़ी है और टूटी-फटी पड़ी है जैसे वहां चालू की जाएगी फिर लीकेज आ जाएंगे।
युवा कांग्रेस एवं कांग्रेस के पदाधिकारी ने जल संसाधन विभाग की परियोजना के चीफ  एग्जीक्यूटिव इंजीनियर नवीन गौर और आफ़शोर कंपनी के प्रबंधक शरद जैन को आगाह किया है कि अगर वह तीन दिनों में इस लाइन को सही नहीं चलाएंगे और बार-बार बंद करेंगे तो उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा।
जिला युवक कांग्रेस मंदसौर जिला अध्यक्ष प्रकाश पटेल ने कहा कि अगर यह लाइन भानपुरा से लिंक होती है तो 1260 करोड़ की थी, आवरा से लिंक हुई तो 1662 करोड़ की हो गई। अभी तक किसानों को कभी का पानी मिल गया होता और शासन को 402 करोड़ का नुकसान भी नहीं उठाना पड़ता। जब लाइन डाली गई थी तब अधिकारी कुंभकरण की नींद में एयर कंडीशन में सोए थे, उसका नतीजा है कि आज जगह-जगह लीकेज मिल रहा है।
उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी जिला मंदसौर एनडी वैष्णव ने बताया कि बहुत ही घटिया स्तर की लाइन डाली गई है। कहीं-कहीं तो यह मात्र दो तीन फीट ही ऊपर है और कहीं तो अभी भी खुली दिखाई दे रही है। इसे सही ढंग से डाली गई होती तो आज बार-बार लीकेज नहीं आता। 
वरिष्ठ ब्लॉक उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी गरोठ और पूर्व सरपंच कोटड़ाबुजुर्ग बाबूलाल पाटीदार ने बताया कि जब लाइन डाली जा रही थी तभी टूटे फूटे पाइप हमारे खेत पर डाले गए। मैंने उस समय विरोध किया था कि आप फूटा पाइप निकालो और सही डालो, पर कंपनी के कारिन्दों ने कहा कि जब लाइन चालू करेंगे तो उसको बदल देंगे, आज तक नहीं बदला और इसके लीकेज से मेरे खेत में पानी भर गया।
सरपंच प्रतिनिधि कमलेश खेर ग्राम कोटड़ा बुजुर्ग ने कहा कि बार-बार टेलीफोन लगा रहे हैं पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी और आफ़शोर कंपनी के कर्ताधर्ता फोन भी नहीं उठाते हैं। किसानों में आक्रोश है, कभी भी किसानों का जन आक्रोश आंदोलन का स्वरूप ले सकता है।  

 

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