खरगोन। जिले के झिरनिया क्षेत्र में 5 दिन पहले 8 साल के बालक की हुई निर्मम हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। शादी समारोह के दौरान अचानक लापता हुए बालक का शव दूसरे दिन खेतों के पास झाड़ियों से बरामद हुआ था। इस अंधेकत्ल को किसी और ने नहीं बल्कि मृतक के परिचितों ने ही पिता से चली आ रही रंजिश में अंजाम दिया था।
एसपी धर्मवीर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ग्राम मानिकेरा में शांतिलाल के बेटे अजय अलावे उम्र 8 को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला दबाकर मार दिया गया था। इस मामले में दो संदेहियों शेरू रावत व रमेश चौहान निवासी कुसुंबिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम देना कबूल किया है।
शेरू रावत ने पुलिस को बताया कि मृतक अजय का पिता उसका साला है। शांतिलाल से पुरानी रंजिश होने से और उसकी औरत सायजु बाई भी बार-बार साले शान्तिलाल के घर भाग आती थीं, जिसके कारण बदला लेने के लिए साले की तलाश में था, किंतु वह नहीं मिला। तब उसके लड़के अजय अलावे पर उसकी नजर पड़ी। तभी उसको एक तरफ बुलाकर शराब लाने हेतु पैसे दिए गए। जब वह शराब के क्वाटर लेकर आया तो उसे शेरू और रमेश ने दोनों के बीच में बिठा लिया और शेरू रावत ने अजय का गला दबाकर हत्या कर दी।