बागली। किसान देश की जनता का पेट भरता हैं, और किसानों के नाम पर नेता भी राजनीति करते हैं। हमेशा चुनाव में किसान के हितेषी बनने वाला सत्ताधारी दाल के शासनकाल में किसान परेशान हो रहा है, और अपनी अपने हक को लेकर उन्हें आंदोलन करना पड़ रहा है। किसान संघ संयुक्त मोर्चा द्वारा किसान हितैषी मांगों को लेकर दिल्ली में धरना प्रदर्शन किया जाना है। जिसमें हर राज्य से किसान सम्मिलित हो रहे हैं। इसी के चलते हाटपिपल्या थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम लिंबोदा के राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ मालवा निमाड़ प्रांतीय उपाध्यक्ष कैलाश पाटीदार एवं घटियाग्यासू गांव के राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के पदाधिकारी गंगन सिहं सेंधव को 11 फरवरी को गलत तरीके से पुलिस प्रशासन ने बिना किसी सूचना के गिरफ्तार कर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया था।कानूनी प्रक्रिया कर उन्हें बुधवार के दिन रिहा कराया गया है।इस दौरान बड़ी संख्या में अन्य किसान संघ के सदस्य व आम किसान उपस्थित रहे।राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के जिला अध्यक्ष गगनसिहं सेंधव ने बताया है, कि प्रशासन ने गलत तरीके से उनके साथ व्यवहार किया है। बिना किसी सूचना के ना ही परिवार के सदस्यों को जानकारी दी गई, और दो सदस्यों को कानून को ताख पर रखकर सलाखों के पीछे भेजा गया था। सेंधव ने बताया कि मुझे हाटपिपल्या कि देवगढ चौराहे से एवं कैलाश पाटीदार को उनके घर से गिरफ्तार किया था। दोनों पदाधिकारी दिल्ली में होने वाले किसान आंदोलन में सम्मिलित होना के लिए जा रहे थे, उस दौरान प्रशासन द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान दोनों पदाधिकारी का जेल के बाहर एवं बागली के चापड़ा चौराहे पर किसानों ने स्वागत किया।