मनासा। नीमच जिले की मनासा तहसील के ग्राम हतूनिया में श्मशान घाट तक पहुंचने का रास्ता बरसात के मौसम में कीचड़ और फिसलन से भरा होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गांव की लीला बाई पोरवाल की मृत्यु के बाद शुक्रवार को निकली शव यात्रा के दौरान यह अव्यवस्था एक बार फिर सामने आई।
करीब 1 किमी लंबे कच्चे रास्ते पर कीचड़ और फिसलन के कारण शव को ले जाना कठिन हो गया। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली की मदद से जैसे-तैसे शव को श्मशान घाट तक पहुंचाया। कई बार ग्रामीणों को कीचड़ में फिसलना भी पड़ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या वर्षों से बनी हुई है, जिसे लेकर वे कई बार सरपंच और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुधार कार्य नहीं हुआ। सरपंच हर बार सरकारी फंड की कमी का हवाला देकर आश्वासन देते हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि श्मशान घाट तक पक्का और समतल रास्ता, जल निकासी की व्यवस्था और नालियों सहित निर्माण कार्य कराया जाए, ताकि अंतिम यात्रा सम्मानपूर्वक और बिना जोखिम पूरी की जा सके।