मनासा। देश ने भले ही आज़ादी के 78 साल पूरे कर लिए हों और अंतरिक्ष से लेकर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा तक की उपलब्धियों पर गर्व कर रहा हो, लेकिन ज़मीनी हकीकत अब भी कई सवाल खड़े करती है। नीमच जिले के मनासा विकासखंड की आमद ग्राम पंचायत इसका एक जीवंत उदाहरण है, जहां आज तक सड़क जैसी बुनियादी सुविधा नहीं पहुंची है।
ग्रामीणों के अनुसार, आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी गांव के कई मोहल्लों में सीसी सड़क तक नहीं बनी है। स्थानीय निवासी अनिल सुरावत बताते हैं कि बच्चों को स्कूल जाने के लिए अब भी कीचड़ भरे और कच्चे रास्तों से गुजरना पड़ता है। बारिश के दिनों में गलियों में पानी भर जाता है, जिससे पैदल चलना भी किसी जंग जीतने से कम नहीं होता। साइकिल या अन्य वाहन चलाना तो दूर की बात है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की शिकायत पंचायत, सरपंच से लेकर विधायक तक से की है, लेकिन स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ। वर्षों से जिम्मेदारों से गुहार लगाई जा रही है, मगर अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं।
इस उपेक्षा ने विकास के दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कब जागता है और आमद गांव को भी सड़क जैसी बुनियादी सुविधा मिल पाती है या नहीं।