खरगोन। जिले के महेश्वर में शुक्रवार को नगर में अहिल्या उत्सव आयोजन समिति द्वारा पालकी यात्रा निकालकर अहिल्या उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सुबह राजवाड़ा परिसर से पालकी यात्रा नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए देवी अहिल्या बस स्टैंड पहुंची जहां पर मातोश्री अहिल्याबाई होल्कर की पाषाण प्रतिमा पर नगर जनों द्वारा माल्यार्पण किया गया। माता के जय घोष एवं गुणगान के साथ पालकी यात्रा प्रारंभ हुई जो विजय स्तंभ चौराहा, शीतला माता चौक, गांधी चौक होते हुए पुनः राजवाड़ा पहुंची जहां पर भी देवी अहिल्याबाई होलकर के न्यायिक स्थान पर उनका पूजन अर्चन कर मिष्ठान का वितरण किया गया। आयोजन के बाद तीन दिवसीय बच्चों के द्वारा कराए गए विभिन्न आयोजन के पुरस्कार वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। नगर में राजनीति के चलते यह कार्यक्रम पूरी तरह असफल रहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक राजकुमार मेव एवं खरगोन जिला अध्यक्ष नंदा ब्राह्मणे उपस्थित नहीं हुई जब वस्तु स्थिति का पता किया गया तो पता चला कि क्षेत्रीय विधायक और नगर परिषद अध्यक्ष अलका यादव के पति गजराज यादव में मतभेद के चलते विधायक पालकी यात्रा में नहीं शामिल हुए जबकि हर बार उनकी उपस्थिति रहती है। 25000 की आबादी में 500 लोग भी पालकी यात्रा में शामिल नहीं हुए जो कहीं ना कहीं आयोजन समिति की लापरवाही नजर आई साथ ही प्रतिवर्ष अहिल्या उत्सव पर नगर हित में कार्य करने वाले समाज सेवीयो को देवी अहिल्याबाई होल्कर सम्मान से सम्मानित किया जाता रहा है लेकिन कुछ समय पूर्व नए संगठन बनने के चलते इस पुरस्कार को भी बंद कर दिया गया जिससे कहीं ना कहीं नगर समाजसेवियों में निराशा देखी गई। जबकि पूर्व समिति के द्वारा अहिल्या पुरस्कार सम्मान के लिए पद्मश्री विजेता शालिनी देवी होलकर का नाम प्रस्तावित किया जा चुका था जिसकी जन चर्चा नगर में जोरो पर है।