देवास। लोकल जॉब एम्प्लॉयमेंट, इंडस्ट्रियल पॉल्यूशन कंट्रोल, इंडस्ट्रीज एसोसिएशन को आ रही समस्याओं के निराकरण के उद्देश्य से कलेक्टर ऋतुराज सिंह की अध्यक्षता में देवास इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बैठक का आयोजन एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज देवास कांफ्रेंस हॉल में हुआ। बैठक में कलेक्टर ऋतुराज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश को इण्डस्ट्री फ्रेंडली बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। जिसके लिए जिले में लगातार इण्डस्ट्री के विकास के लिए कार्य किये जा रहे है।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि इण्डस्ट्री को आ रही समस्याओं का सकारात्मक निराकरण किया जायेगा। प्रशासन लगातार लोकल एम्पलोयमेंट को लेकर गंभीर है। देवास में इण्डस्ट्री तो बहुत है, परन्तु लोकल एम्पलोयमेंट कम है। इसके लिए प्रशासन द्वारा नवाचार कर लोकल एम्पलोयमेंट के लिए कार्य कर रही है। जिससे जिले के युवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पढेगा और उन्हें देवास में ही रोजगार मिल सकेगा। कलेक्टर सिंह ने कहा कि शासन द्वारा संचालित नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम (NAPS) एवं नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम (NATS) में देवास जिले के शत प्रतिशत उद्योगों द्वारा पंजीयन किया जाये, जिससे जिले के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर मिल सकें।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि सभी उद्योग सीएसआर फण्ड का उपयोग सामाजिक कार्यो में करें। कलेक्टर सिंह कहा कि पर्यावरण प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए उद्योग फॉसिल फ्यूल की अपेक्ष ग्रीन फ्यूल का उपयोग करें, जिससे पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। बैठक में कलेक्टर सिंह ने उद्योगपतियों को आ रही समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि उद्योगपतियों की दिक्कतों का समयबद्ध निराकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन उद्योगों के साथ मिलकर ऐसा वातावरण तैयार करेगा, जिससे देवास निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक गंतव्य बन सके। एमपीआईडीसी उज्जैन के कार्यकारी निदेशक राजेश राठौड़ ने भी बैठक में उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि औद्योगिक विकास और निवेश बढ़ाने के लिए हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उद्योगों के हित में नई नीतियों को प्रभावी रूप से लागू कर रही है और देवास को एक महत्वपूर्ण औद्योगिक हब के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रयासरत है।