नीमच। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी नीमच में लंबे समय से चुनाव न होने के कारण लगातार अनियमितताओं के आरोप लग रहे हैं। लगभग 2800 आजीवन सदस्य होने के बावजूद, अधिकारियों ने बिना जानकारी और बैठक के एक माह पूर्व सदस्य बने डॉ. स्वपनिल वधवा को सचिव नियुक्त कर दिया। इसके बाद अचानक 25 अगस्त को चुनाव की घोषणा भी कर दी गई। इस पूरे घटनाक्रम से आजीवन सदस्यों को न तो कोई सूचना दी गई और न ही कोई राय-मशविरा किया गया।
सवाल यह उठ रहा है कि जब 25 अगस्त को चुनाव की घोषणा की जानी ही थी, तो फिर सचिव की नियुक्ति पहले से करने की आवश्यकता क्यों पड़ी? इसी बीच अधिकारियों ने 2800 आजीवन सदस्यों की अनदेखी करते हुए मात्र 22 लोगों की सूची जारी कर दी, जिन्हें चुनाव और सचिव पद की नियुक्ति से भी अनभिज्ञ रखा गया।
इसी पर आपत्ति दर्ज कराते हुए आजीवन सदस्य एवं महाकाल एक्सप्रेस समाचार पत्र के संपादक आशीष बंग माहेश्वरी ने लिखित आवेदन दिया। उन्होंने मांग की है कि निर्वाचन की सूचना सभी 2800 सदस्यों को दी जाए और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया अपनाई जाए। साथ ही 25 अगस्त को होने वाले चुनाव तत्काल निरस्त किए जाएं।
इस मामले की शिकायत प्रदेश के राज्यपाल तक पहुंच चुकी है और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर भी दर्ज की गई है। सूत्रों के अनुसार, रेडक्रॉस में वर्षों से अपना वर्चस्व कायम रखने वालों ने अधिकारियों से मिलीभगत कर नियमों को ताक पर रखकर चुनाव कराने की तैयारी कर ली है। अब देखना यह है कि क्या प्रशासन मामले को गंभीरता से लेकर चुनाव निरस्त कर पाएगा और नियमानुसार निष्पक्ष चुनाव करवा पाएगा।