आगर मालवा। कांग्रेस के राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ों यात्रा पर निकले हुए हैं। उनकी यात्रा ने एमपी में प्रवेश कर लिया है। वे एमपी के आगर मालवा पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान राम पर आधारित तीन नारों का मतलब समझाया। साथ ही भाजपा पर निशाना भी साधा।
पहला नारा हे राम-
जो भगवान राम थे वह तपस्वी थे उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी तपस्या में डाल दी, यात्रा में एक पंडित जी ने मुझसे कहा गांधी जी हे राम कहते थे गांधीजी का नारा था हे राम हे राम का मतलब था। राम जीने का तरीका था, भगवान राम एक व्यक्ति नहीं थे, एक जीने का तरीका था, प्यार भाई चारा इज्जत तपस्या उन्होंने दुनिया को जीने का तरीका सिखाया, गांधी जी जब हे राम कहते थे उनका मतलब था जो भगवान राम है वह भावना हमारे दिल में है वह लेकर हमें जिंदगी जीना है यह ही राम व भावना हमारे दिल में है वह लेकर हमें जिंदगी जीना है यह ही है राम।
एक नारा है हे राम जिस प्रकार से राम ने प्यार भाईचारा फैलाया वैसे ही अपनी जिंदगी जी है।
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दूसरा नारा जय सिया राम-
जय सिया राम का मतलब जय सीता जय राम मतलब सीता और राम एक ही हैं इसलिए नारा है जय सियाराम या जय सीताराम जो राम ने सीता के लिए किया भगवान राम ने सीता के लिए क्या किया उन्होंने सीता की इज्जत के लिए सीता के लिए लड़े जब हम जय सियाराम कहते हैं हम सीता जी को याद करते हैं और समाज में सीता की जगह होनी चाहिए उनका आदर करते हैं जय सियाराम जय-जय सीता राम।
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तीसरा नारा जय श्री राम-
उसमें हम राम भगवान की जय करते हैं बीजेपी के लोग जय श्री राम करते हैं मगर कभी जय सियाराम नहीं करते और हे राम क्यों नहीं करते बहुत गहरी बात बोली मुझे बहुत अच्छा लगा ता.े. बीजेपी के लोग जिस भावना से राम ने अपनी जिंदगी जी और भावना से अपनी जिंदगी नहीं जीते जोगीराम ने किसी को अन्याय नहीं किया राम ने समाज को जोड़ने का काम किया। राम ने सब को इज्जत दी। भगवान राम ने किसानों, मजदूरों, व्यापारियों सभी की मदद की।
भाजपा जय सियाराम और जय सीताराम नहीं कर सकते क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है तो वह जय सियाराम का संगठन ही नहीं है क्योंकि उनके संगठन में महिला तो रह ही नहीं सकती। सीता तो रह नहीं सकती सीता को तो बाहर कर दिया यह बहुत गहरी बात है।