भवानीमंडी। आज दिनांक 5 दिसंबर 2022 सोमवार को भवानी मण्डी शहर की पावन वसुधा पर स्थानीय विद्यालय लालचंद आदर्श विद्या मंदिर में प्रांतीय लेखा निरीक्षण प्रमुख मदन सिंह हाड़ा व झालावाड़ जिले के जिला व्यवस्थाप्रमुख ( जिला सचिव ) मुकुट बिहारी यादव का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। जिसमें दोनों महानुभावों ने गीता जयंती के इस पावन उत्सव पर सभी भैया/बहनों एवं आचार्य/आचार्या का मार्गदर्शन किया।
जिला सचिव मुकुट बिहारी ने अपने उद्बोधन में कहा है कि जिस प्रकार भगवान श्री कृष्ण ने आज से 5154 वर्ष पूर्व कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता ज्ञान देकर धर्म युद्ध के लिए और सत्य ही ईश्वर है इसके लिए युद्ध करो की प्रेरणा दी ठीक उसी प्रकार विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान द्वारा संपूर्ण भारत में विद्या भारती द्वारा मान्यता प्राप्त 12000 विद्यालयों में भी आचार्य/आचार्यओ के माध्यम से 32,50000 भैया/बहनों को गीता ज्ञान और सनातन धर्म की शिक्षा दी जा रही है।
मुकुट बिहारी यादव ने विद्या भारती का परिचय सभी के मानस पटल पर रखा और बताया कि झालावाड़ जिले में कुल 26 विद्यालय विद्या भारती द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिनके माध्यम से 13000 भैया/बहिन अध्ययन करते हैं।
चित्तौड़ प्रांत में 250 विद्यालय विद्या भारती द्वारा संचालित है।
जिला सचिव ने विद्या भारती संगठन का पूरा नाम,चित्तौड़ प्रान्त की प्रान्तीय समिति का पूरा नाम,जिला समिति का पूरा नाम और भवानी मंडी शहर के हृदय स्थल पर विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालय का पूरा नाम भैया/बहनों से पूछा और उनका मार्गदर्शन किया।
भवानी मंडी विद्यालय में 1045 भैया/बहिन भारतीय परंपरा एवं भारतीय संस्कृति अनुसार विद्या अध्ययन कर रहे हैं।
वर्तमान की शिक्षा-
व्यवस्थापर कटाक्ष करते हुए काहआज जो हम शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं वह किताबी शिक्षा है, अर्थात कक्षा पास करने हेतु हमें सिखाया जाता है और विदेशी शिक्षा पर जोर दिया जाता है जिसका भारत में किसी भी प्रकार का कोई योगदान नहीं है।
उन्होंने इशारा करते हुए कहा कि 2023 जुलाई से सम्भवतया नई भारतीय शिक्षा नीति और उद्यमिता शिक्षण सम्पूर्ण भारत मे प्रारम्भ हो जायेगा जो आज भैया/बहनों को विद्या भारती द्वारा दिया जा रहा है ।
जिला सचिव मुकुट बिहारी यादव ने विद्या मंदिर की कुछ व्यवस्थाओं के बारे में भी इंगित किया और व्यवस्थाओं के बारे में संबधित आचार्य/दीदियों को संकेत करते हुए कई व्यवस्थाओं के बारे में बताया।
इस पावन पर्व गीता जयन्ती के उपलक्ष्य में सभी भैया/बहिनों ओर आचार्य/दीदियों से आह्वान किया है कि आप सभी आज से ही अपने घर पर प्रातकाल गीता जी का 1 अध्याय नित्य पठन करें उसके बाद ही अपनी दिनचर्या का कार्य करें। ऐसी सभी से अपेक्षा की गई है।