एमपी में विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी में भारी उठा पटक के संकेत मिल रहे हैं, जिसके पीछे कई कारण है और इसकी फेहरिस्त लम्बी है। भाजपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती ये है कि वो आगामी विधानसभा चुनाव में किसको चेहरा बनाकर लड़े या फिर अन्य राज्यों की तरह मोदी के नाम पर ये विधानसभा चुनाव लड़ा जाए।
ऐसी ही तमाम बातों के बीच एक बड़ी खबर जो बीजेपी के गलियारों में धूम मचा रही है वह यह है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की विदाई हो सकती है और उनकी जगह नया स्टेट चीफ बनाया जा सकता है।
जानकारों की मानें तो वीडी को लेकर दिल्ली में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। वहीं संगठनात्मक गतिविधियों में भी उनका परफॉर्मेंस उतना अच्छा नहीं रहा, जितना उनके बारे में कहा जाता था। इन सबके अलावा सत्ता और संगठन में भी जमकर खींचतान की खबरें हैं और जानकार यहां तक भी कह रहे हैं कि आईएएस और आईपीएस की पोस्टिंग के मामले में भी सीएम और वीडी में लम्बे समय से शीत युद्ध जैसे हालात है।
ऐसे ही तमाम मामलों के चलते वीडी की विदाई की खबरें तूल पकड़ रही है। अब सवाल यह उठता है कि वीडी की विदाई के बाद दिल्ली एमपी में किस पर भरोसा करेगी और किसको नया स्टेट हैड बनाएगी। इन्हीं कयासों के बीच जो खबरें हमारे पास सूत्रों के हवाले से आ रही है उसमे सांसद सुधीर गुप्ता का नाम सामने आ रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सांसद गुप्ता पर इस समय केंद्रीय गृह मंत्री की विशेष कृपा है और उसी के चलते वे भाजपा के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष बनाये गए और फिर गुजरात राज्य के सह प्रभारी, लेकिन गुजरात में वे प्रभारी की हैसियत से ही सब काम देखते हैं हाल ही में सम्पन्न हुए गुजरात चुनाव में भी वे लीड रोल में थे।
इन सबके साथ संघ से उनकी नज़दीकिया है और वे संघ की पैदाइश माने जाते हैं। इससे पहले जब उन्हें यूपी चुनाव में 60 विधानसभा सीटों की जो जिम्मेदारी मिली थी वहां उन्होंने चमत्कार कर देने वाले नतीजे दिए। जबकि उस क्षेत्र में भाजपा उतनी मजबूत नहीं मानी जा रही थी। यूपी में उनका प्रदर्शन अमित शाह को भा गया, फिर संसद में भी उनकी मौजूदगी प्रभावी रहती है और बोलने एवं भाषण की कला में भी सुधीर जी निपुण है।
इन्हीं सब के चलते दिल्ली को उनकी कार्य क्षमता पर भरोसा जगा है। वैसे जब वीडी प्रदेशाध्यक्ष बने थे तब भी सांसद सुधीर गुप्ता का नाम प्रदेशाध्यक्ष के लिए चला था, लेकिन उस समय वीडी अमित शाह की पहली पसंद बन गए, परन्तु आज सांसद गुप्ता अमित शाह की पहली पसंद है और सुधीर जी का सीधे संवाद उनसे होता है।
इन्हीं सब कारणों के चलते यह माना जा रहा है कि वीडी की विदाई यदि होती है तो सांसद गुप्ता को एमपी में कमान मिल सकती है। वैसे सांसद गुप्ता की अपने संसदीय क्षेत्र में जमीन भी मजबूत है और वे दोनों लोकसभा चुनाव भारी अंतर से जीते थे और उन्होंने कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता मीनाक्षी नटराजन को हराया था। वैसे जब डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय सांसद थे तब वे भी प्रदेशाध्यक्ष बनाये गए थे। यदि ऐसा फिर होता है तो इस संसदीय क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। जानकारों की मानें तो एमपी में यह सब उठा पटक इस साल के अंत तक या फिर नए साल की शुरुआत में हो सकती है। वैसे पार्टी पोलटिक्स में कब क्या उलटफेर हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता।