संघ परिवार की नर्सरी नीमच - मंदसौर संसदीय क्षेत्र पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की नज़र है, आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र सिंधिया ने बिसात बिछाना शुरू कर दी है। हाल ही में नीमच जिले के भाजपा संगठन प्रभारी नंदकिशोर पाटीदार को हटाकर उनके स्थान पर कटटर सिंधिया समर्थक सतीश भट्ट को नीमच का प्रभारी बनाया गया है। वहीं मंदसौर के प्रभारी मंत्री भी सिंधिया के ख़ास राजवर्धन सिंह दत्तीगांव है। वहीं कुछ दिन पहले उन्होंने अपने ख़ास विजेंद्र सिंह मालाहेड़ा को नीमच जिले की सबसे ताकतवर भाजपा जिला प्रबंध समिति में भी नॉमिनेट करवाया था।
इस जमावट ने यह संकेत दे दिए हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में सिंधिया इस संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर अपने करीबियों को चुनाव मैदान में उतारेंगे। इस मामले में यदि बात की जाए तो सिंधिया अपने ख़ास सिपाहसालार केके सिंह कालूखेड़ा (जावरा), मुकेश काला (मंदसौर), विजेंद्र सिंह मालाहेड़ा (मनासा), समंदर पटेल (जावद) को विधानसभा टिकिट दिलाने के लिए जोर आज़माइश कर सकते हैं।
एमपी में सिंधिया ग्वालियर के बाद नीमच - मंदसौर को अपना दूसरा घर मानते हैं, और ग्वालियर रियासत के ज़माने में ये क्षेत्र रियासत का हिस्सा था तभी से बड़े महाराज यानी माधव राव सिंधिया का इस क्षेत्र में दखल रहा है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौर में भी जारी है और इस क्षेत्र में अपना दबदबा बरकरार रखने के लिए सिंधिया अपने ख़ास लोगों को विधानसभा की उम्मीदवारी दिलाना चाहेंगे।
वैसे सिंधिया समर्थक यह मानते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में सिंधिया एमपी में भाजपा का चेहरा होंगे और उन्हें बीजेपी सीएम उम्मीदवार घोषित कर के चुनाव लड़ेगी, लेकिन भाजपा में शिवराज सिंह चौहान के रहते यह सब कैसे होगा यह देखने वाली बात होगी, या फिर एमपी में गुजरात फार्मूला लाकर भाजपा डमेज कंट्रोल का खेल खेलेगी जिस तरह से गुजरात में विजय रुपाणी को चलता किया गया था।