शाजापुर। शाजापुर के विधि महाविद्यालय का नाम महात्मा ज्योतिराव फूले के नाम पर रखे जाने हेतु विभिन्न सामाजिक व कर्मचारी संगठनों ने मांग की है।
भारत के महान समाज सुधारक, सत्य शोधक समाज के संस्थापक, अछुतों के उद्दारक, विधवा विवाह के समर्थक, शिक्षा के महान अग्रदूत, सति प्रथा के विरोधी एवं मजदूर किसान आंदोलनों के प्रणेता, 1848 में भारत में प्रथम महिला शिक्षा विद्यालय खोलने वाले, अपनी पत्नी सावित्री बाई फूले को प्रथम महिला शिक्षिका बनाने वाले महात्मा ज्योतिराव फूले के समाज उपयोगिता कार्य को देखते हुए 11 मई 1888 में उन्हें महात्मा की उपाधि भी प्रदान की गई थी।
ऑल इंडिया सैनी सभा (सैनी, माली, कुशवाह) मप्र शाखा शाजापुर, अजाक्स संगठन, मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति, जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ शाजापुर, अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिला शाजापुर, मप्र अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक अधिकारी कर्मचारी संगठन जिला शाखा शाजापुर द्वारा राज्य मंत्री स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) सामान्य प्रशासन विभाग मप्र शासन भोपाल, सांसद महेंद्र सोलंकी, विधायक हुकुमसिंह कराड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक नायक को पत्र प्रेषित कर विधि महाविद्यालय का नामकरण महात्मा ज्योतिबा फूले के नाम से करने की मांग की गई है।
यह जानकारी ऑल इंडिया सैनी सभा (सैनी, माली, कुशवाह) के संयुक्त सचिव माली अशोक वर्मा एवं अपाक्स के प्रांतीय महामंत्री कैलाश सूर्यवंशी, अपाक्स जिलाध्यक्ष बीएल सौराष्ट्रीय ने दी।