गरोठ। तहसील के ग्राम कोटडाबुजुर्ग व कोटडा खुर्द के जंगलों में घायल अवस्था मंे हिरण मिला। जिसके उपर जंगली कुत्तों के नोंचने के निशान है। आये दिन ये जंगली कुत्तों का शिकार होते जा रहे हैं। ग्रामीणांे ने कई बार इनकी सुरक्षा को लेकर वन विभाग को अवगत कराया पर कोई सुनवाई नहीं हुई। यह हिरण घायल अवस्था में गौ चरवाहा ईशाक पठान को मिला। जिसको गौशाला लाया गया और गौशाला संचालक बद्रीलाल विश्वकर्मा व सोनू विश्वकर्मा उसका उपचार कराया और गरोठ वन विभाग को सूचना दी है।
ईशाक पठान ने बताया कि कोटडाबुजुर्ग व कोटडा खुर्द के जंगलों में छोटे से लेकर बडे करीब 15 से 20 हिरण और बच्चों होगे जिनकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नही है। वनविभाग कि लापरवाही का शिकार होते जा रहे हैं। कई बार इनकों खेतों में घुमते हुए ओर सड़कों के किनारे पर अठखेलिया करते देखा ग़या है। सूचना मिलने पर गरोठ वनरक्षक मुकेश मालवीय पहुंचे व पंचनामा बनाया गया है। मुकेश मालवीय ने बताया कि इस हिरण को एक सप्ताह तक गरोठ वन विभाग में रखा जायेगा और चलने फिरने लगेगा तब इसको गांधी सागर अभ्यारण्य में छोडा जायेगा। अगर इसका स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ तो इसको जावरा भेजा जायेगा।