मन्दसौर। जिले की दो विधानसभा का सफर तय करवाने वाली शिवना पुल कई वर्षो से अपने उन्नयन को लेकर तरस रही है। इस पुलिया के दोनो छोर पर शिवराज सरकार के विश्वसनीय केबिनेट के मंत्री बेठे हुए है। लेकिन इसकी कोई सुध लेने को तैयार नही।
सीतामउ मुख्यमन्त्री की सभा में जा रही सांवरिया बस जो की मल्हारगढ़ तहसील के चिल्लोद पिपल्या से कार्यकर्ताओ को लेकर जन सभा को सुनने जा रहे थे तब बिल्लौद शिवना नदी के छोर पर मेडिकल किट वितरण को लेकर चेक पोस्ट बनाया गया था। जब मेडिकल किट लेते समय बस को साइड में लगाया जा रहा था तब यह हादसा हुवा। क्योकि जैसे ही तो घाटी पर उतार रहता है और बस साइड लगाने के दौरान अगला टायर नदी में उतर गया। गनीमत रही की बस में 15 से 20 सवारी ही मौजूद थी जिसमे 5 गंभीर घायल हुए थे। जिन्हें जिला चिकित्सालय मन्दसौर भेजा गया।
घायलो में इंदरमल मोहनलाल रैदास उम्र 36, कारुलाल रामनिवास पाटीदार 45 वर्ष, बगदीराम शांतिलाल पाटीदार 40 वर्ष, सत्यनारायण राम गोपाल पाटीदार 55
वर्ष, गोविंदराम सूरतराम पाटीदार 56 वर्ष, सभी निवासी चिल्लोद पिपल्या के है।
उक्त सांवरिया बस क्रमांक RJ 27 PB 3095 जो की चिल्लोद पिपल्या से भरकर सीतामउ मुख्यमन्त्री की सभा में पहुँच रही थी।
लोक निर्माण विभाग मन्दसौर की घोर लापरवाही-
एक वर्ष पूर्व ही बिल्लौद से कचनारा व्हाया नाहरगढ़ होकर टू लाइन सड़क का निर्माण हुवा लेकीन न तो जिम्मेदार ने इस पुलिया की मरम्मत की गई और नही इसके छोर पर संकेतक चिन्ह लगाए गए। पुलिया पर जगह जगह गड्ढे भी हो रहे है, सलिए निकल रहे है, लेकिन जवाबदार ने इस और कोई ध्यान नही दिया गया और न ही विभाग के इंजीनियर ने इसको देखा है। क्योकि जिले का लोक निर्माण विभाग दिखावे में ज्यादा ध्यान देते है न की देखने में, जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता आए दिन भुगत रही है। यह तो समय अच्छा था कि कोई जनहानि नही हुई है वरना इसका जिम्मेदार कौन होता है।
पिछली बरसात में मोहर्रम डालकर वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी जो आज तक भी वैकल्पिक ही बनकर रह गई। इस पुलिया पर पहले भी कई बार हादसे हो चुके है लेकिन प्रसाशन ने आज तक इस पुलिया की सुध नही ली और नही इसके गड्ढे भरवाए।